मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य में बम्पर फसल हुई है. खरीफ की फसल के लिए केंद्र सरकार ने 12.50 लाख मैट्रिक टन यूरिया आवंटित किया है. कृषि मंत्री से इसे बढ़ाकर 15 लाख मैट्रिक टन करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि DAP की भी जरूरत है, 11 लाख मेट्रिक टन स्वीकृत केंद्र ने कर दिया है. चन, मसूर, सरसों की फसल भी बम्पर हुई है. चने का 58 लाख 6 हजार मैट्रिक टन के आसपास होने उम्मीद है. मसूर 5 लाख 48 हजार मैट्रिक टन, सरसो 15 लाख 60 हजार मैट्रोक टन होने की उम्मीद है. इसमें 25 फीसदी उपार्जन की स्वीकृति केंद्र सरकार से मांगी है. राज्य में गेंहू की फसल भी बम्पर हो रही है. इस वजह से नरवाई की घटनाएं भी होती है. इससे पर्यावरण बिगड़ता है. अब नरवाई को जलाने की जरूरत नहीं पड़ती है, मशीनों उसे काटकर भूसा बनाया जाता है.
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केंद्र सरकार 4 रज्यो को यह सुविधा दे रही है. मध्य प्रदेश को भी इस योजना में शामिल करने की मांग केंद्र सरकार से की है. योजना में 80 फीसदी अनुदान मिलता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि फसल रखने की जगह नही है. 30 लाख मेट्रिक टन गेंहू रखा हुआ, उसे केंद्र सरकार खरीदे। जिससे नई फसल को रखने की जगह भी मिले. गेहूं रखने के लिए अस्थायी कैप बनाए जाते है, बड़े वेयरहाउस की जगह गेंहू उसमें सुरक्षित रखते है. 10 लाख मैट्रिक टन कैप बनाने की अनुमति केंद्र से मांगी है. PDS की सब्सिडी की 2900 करोड़ केंद्र सरकार से पैसा मिला है. 4 हजार करोड़ बकाया है, बकाया देने की मांग की है. रेल मंत्री पीयूष गोयल से बुधनी इंदौर रेल लाइन सुषमास्वराज की वजह से स्वीकृत हुई थीं. इस लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण के पैसा की जरूरत है. केंद्र सरकार 750 करोड़ देने की मांग की है. खजराहो समेत अन्य जगहों के रेल चलती थी, मगर कोरोना की वजह से रेल संचालन बंद है. रेल शुरू करने की मांग की है. पर्यटक भी काफी आ रहे है.
Source : News Nation Bureau