राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Temple Trust) मुद्दे पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. अभी तक मामला मंदिर बनने को लेकर था अब नया बवाल मंदिर ट्रस्ट की जमीन (Land of Ram Temple Trust) को लेकर है. मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पी सी शर्मा (Ex Minister of MP PC Sharma) ने अब राम मंदिर ट्रस्ट की जमीन खरीदी को लेकर हुई गड़बड़ी पर एफ आई आर (FIR) दर्ज करने की मांग की है. पी सी शर्मा ने भोपाल के हबीबगंज थाने पहु्ंचे. पी सी शर्मा ने मांग की कि राम मंदिर जन्म भूमि ट्रस्ट से जुड़े चंपत राय (Champat Rai) के खिलाफ आईपीसी की धारा 408 , 420 और 120 बी के तहत मुकदम दर्ज किया जाए.
इसके पहले 13 जून को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा संसद संजय सिंह ने राम मंदिर ट्रस्ट पर बड़ा आरोप लगाया था. संजय सिंह ने कहा था कि राम मंदिर के निर्माण के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी की गयी है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर चम्पत राय ने करोड़ों रुपए चम्पत कर दिया है. उन्होंने सीधे-सीधे कहा था कि लाखों लोगों ने करोड़ों रुपए का मंदिर के नाम पर चंदा दिया और उसमें घोटाला किया गया है.
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अयोध्या में 5 करोड़ 80 लाख की मालियत की कुसुम पाठक और हरीश पाठक की जमीन सुलतान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने खरीदी. इस जमीन खरीदी के गवाह अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय और ट्रस्ट के एक सदस्य अनिल मिश्र बने. संजय सिंह ने कहा कि 5 करोड़ 80 लाख की जमीन को मात्र 2 करोड़ में खरीदी गई.
आप संसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि इसके बाद उस जमीन को चम्पत राय ने तुरन्त राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर 18.50 करोड़ में सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी से खरीद ली. जिसके बाद अनिल मिश्रा और ऋषिकेश उपाध्याय फिर से खरीदी के गवाह बनाए गए. संजय सिंह ने पूछा कि जो जमीन 2 करोड़ में खरीदी गई थी उसी जमीन को साढ़े अट्ठारह करोड़ में राम मंदिर ट्रस्ट के नाम से क्यों खरीदी गई? संजय सिंह ने कहा कि यह सीधे सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का केस है और देश के करोड़ों राम भक्तो के आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है.
Source : Deepti Chaurasia