MP Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों के बीच मुश्किलों का दौर भी बढ़ता जा रहा है. इस बीच कांग्रेस खेमे से बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. कमलनाथ एक तरफ अपनी टीम को मजबूत बनाने के लिए हर संभव कोशिश में जुटे हैं तो वहीं कई नेता अपना टिकट कटने की वजह से धरना प्रदर्शन तक कर रहे हैं. इस भी कमलनाथ एक और बड़ा कदम उठाया है. दरअसल मतदान से पहले कमलनाथ ने चार प्रत्याशियों के टिकट ही बदल दिए हैं. इसको लेकर कांग्रेस में एक बार फिर विवाद बढ़ने लगा है.
कमलनाथ के सामने ये 2 बड़ी चुनौती
मध्य प्रदेश का चुनाव कांग्रेस के लिए साख का विषय है. बीते चुनाव में जीत के बाद भी कांग्रेस को डेढ़ साल के अंदर ही सत्ता गंवाना पड़ी थी. लिहाजा इस बार कमलनाथ फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं. कमलनाथ नहीं चाहते कि जीत के बाद कोई विधायक बगावत करने की हिम्मत करे. ऐसे में जरूरी है कि प्रत्याशी उनका अपना हो और जीताऊ भी. यानी दोहरी चुनौती कमलनाथ के लिए इस लड़ाई को काफी मुश्किल बना सकती है.
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कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की नई सूची
कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर चल रहे घमासान के बीच पार्टी की ओर कैंडिडेट्स की एक नई सूची जारी की गई है. इस लिस्ट में चार सीटों पर प्रत्याशियों को बदल दिया गया है. इससे एक बार फिर हल्ला मचा हुआ है.
इन सीटों पर बदले प्रत्याशी |
सीट | प्रत्याशी/ अब | प्रत्याशी/ पहले |
सुमावली | अजब सिंह कुशवाहा | कुलदीप सिकरवार |
पिपरिया | विरेंद्र बेलवंशी | गुरुचरण खरे |
बड़नगर | मुरली मोरवाल | राजेन्द्र सिंह सोलंकी |
जावरा | विरेंदर सिंह सोलंकी | हिम्मत श्रीमाल |
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने जावरा से हिम्मत श्रीमाल, सुमावली से कुलदीप सिकरवार, पिपरिया से गुरुचरण खरे और वड़नगर से राजेंद्र सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा था. लेकिन कुछ दिनों में इनका नाम बदलकर कमलनाथ ने चार नए प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं.
पहली बार नहीं हुआ बदलाव
ये पहला मौका नहीं है जब कमलनाथ ने प्रत्याशियों के नामों में फेरबदल किया हो. इससे पहले भी तीन उम्मीदवारों के नाम बदले गए थे. इनमें नरसिंहपुर की गोटेगांव सीट प्रमुख रूप से शामिल है. इसके अलावा दतिया और पिछोर सीट पर भी प्रत्याशियों के नामों में बदलाव किया गया है. दरअसल टिकट को लेकर लगातार कमलनाथ पर दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में उनके सामने बड़ी चुनौती यह है कि प्रत्याशियों को नाराज किए बगैर ऐसे कैंडिडेट मैदान में उतारना है जो जीत दर्ज करने में तो सक्षम हों साथ ही जीत के बाद भी कमलनाथ के साथ बने रहें.
मध्य प्रदेश में आंकड़ों पर एक नजर
एमपी में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं. कांग्रेस और बीजेपी ने सभी सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. हालांकि बुधवार के बार फिर कांग्रेस ने चार प्रत्याशियों के नामों में बदलाव किया है. वहीं
मध्य प्रदेश में नामांकन की तारीख 30 अक्टूबर है. जबकि मतदान 17 नवंबर को होगा. वहीं रिजल्ट 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश में बढ़ रही है कांग्रेस की मुश्किल
- कमलनाथ को दो चुनौतियों से निपटना बड़ा टास्क
- प्रत्याशियों के नामों पर अब तक नहीं लग पाई अंतिम मुहर