MP Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा की तैयारी जोर- शोर से चल रही है. नेताओं को टिकट न मिलने पर कई पार्टी के खिलाफ के विरोध प्रदर्शन कर रहे तो कई पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा भी दे रहे हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 17 नवम्बर को की जाएगी. वहीं इसकी मतगणना 3 दिंसबर को बाकी राज्यों के साथ जारी किया जाएगा. सभी पार्टी वोटरों को लुभाने के लिए तरह -तरह के तरीके अपना रही है. इस बीच सूबे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब राज्य के पूर्व सीएम और कांगेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह के इस्तीफे की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
वायरल चिट्ठी में लिखा
वायरल चिट्ठी में लिखा है कि कांग्रेस में मैंने 5 दशक से भी ज्यादा समय बिताया है. मैंने पार्टी में रहते हुए साधारण कार्यकर्ता से लेकर राज्य के सीएम बनने तक का सफर पूरा किया. इसके अलावा पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय महासचिव बनाया, राज्यसभा क जरिए संसद भवन पहुंचाने का भी काम किया इसके लिए मैं हमेशा पार्टी का आभारी बना रहूंगा. लेकिन पिछले कुछ महीनों से जिस तरह से शीर्ष नेताओं के द्वारा निष्ठावान कार्यकर्ताओं को निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता देखनों को मिल रही है उसकी वजह से मैं बहुत दुखी हूं. मध्य प्रदेश की प्रदेश इकाई सब के लिए नहीं बल्कि कुछ नेताओं तक ही सीमित हो गई है जो अब चला रहे हैं. इसकी वजह से मैं खुद को सही नहीं कर रहा है.
इस्तीफा दे रहा हूं
इसके आगे लिखा कि मध्य प्रदेश में चुनाव के मद्देनजर मेरे द्वारा कुछ नाम भेजे गए थे जिस पर विचार नहीं किया गया है. इसकी वजह से मेरे स्वाभिमान को धक्का लगा है. मैं इस तरह के माहौल में नहीं रह सकता है इसलिए मैं भारी मन के साथ पार्टी के साथ संबंध खत्म करने का ऐलान करता हूं. मैं कांग्रेस के सभी पदों के साथ प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं.
दिग्विजय सिंह ने साजिश करार दी
चिट्ठी सामने आने के बाद राज्य में माहौल गरम हो गई. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर इन सभी चीजों को अफवाह करार दिया. वहीं दिग्विजय सिंह ने इस्तीफे की खबर को खारिज करते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश कर दिया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं साल 1971 से ही पार्टी का कार्यकर्ता रहा हूं और मरते दम तक रहूंगा. उन्होंने इसके संबंध में पुलिस में केस दर्ज कराया है.
Source : News Nation Bureau