MP Elections 2023: अगले महीने देश के पांच राज्यों ( राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम ) में होने जा रहे विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव की युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. राजनीतिक दलों की तरफ से एक के बाद एक उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा रहा है. पांचों ही राज्य बीजेपी और कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं. क्योंकि पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देश में अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है तो जाहिर ही हर राजनीतिक दल चुनाव जीतने में कोई कोर कसर बाकि नहीं छोड़ना चाहता. इस बीच मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिहार के सत्तारूढ़ दल जेडीयू ने भी ताल ठोकी है.
जेडीयू ने राज्य में पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा
जेडीयू ने राज्य में पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है. विपक्षी दलों को गठबंधन इंडिया में शामिल जेडीयू के चुनाव मैदान में आने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. वहीं, बिहार में नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी चल निकला है. दरअसल, मध्य प्रदेश में न तो जेडीयू का कोई जनाधार है और न ही कोई ट्रैक रिकॉर्ड. ऐसे में जेडीयू द्वारा मध्य प्रदेश में प्रत्याशियों की घोषणा विपक्षी एकता में टूट के तौर पर देखी जा रही है. लेकिन जेडीयू ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दिया है. जेडीयू ने एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस से अलग अपने उम्मीदवार क्यों उतारे और इसके पीछे पार्टी की मंशा क्या है.
क्या कहते हैं जेडीयू के नेता
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने इस मुद्दे से जुड़े तमाम सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की नींव लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पड़ी है. ऐसे में इस फैसले से लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. केसी त्यागी ने कहा कि सभी दल अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं और इसे इंडिया गठबंधन में दरार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे पहले हम एनडीए में रहकर भी एमपी, राजस्थान और दिल्ली में बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. आपको बता दें कि जेडीयू ने फिलहाल अपने 5 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि 10 अन्य सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा जारी है.
Source : News Nation Bureau