MP Flood: मध्यप्रदेश के कटनी में 48घंटे के बाद थमा बारिश के दौर के पीछे सिर्फ तबाही ने अपने निशान छोड़े हैं. किसी का घर टूटा तो किसी ने अपनी पूरी गृहस्थी खो दी है. उमरियापान क्षेत्र के सामुदायिक भवन में राहत शिविर केंद्र बनाया गया है, जहां करीब 8 गांव के 800 लोगो को रूकवाया गया है. उनके खाने-पीने, कपड़े से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. छोटी पौड़ी की पुष्पलता बर्मन ने बताया की बेहिसाब बारिश में हम लोगो ने सब खो दिया बच्चो को गले तक पानी बीच से निकले है. अब राहत शिविर पहुंचे यहां सब व्यवस्था है, लेकिन वापस कहां जाएंगे कोई सुनने वाला नहीं है.
बाढ़ के पानी में डूबे 14 गांव
इन परेशानियों के बीच क्षेत्र में जिला प्रशासन, विधायक सहित सभी स्थानीय समाजसेवी बढ़ चढ़कर आगे आए हैं. उन्हीं में से एक नंदन नामदेव हैं जो बड़वारा विधायक धीरेंद्र सिंह के साथ लगातार क्षेत्र भ्रमण करते हुए राहत पहुंचाने का काम किया जा रहा है. क्षेत्र के सरपंच अटल व्याहार ने बताया की हमारे यहां 14 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे, जिनके 8 गांव के 800 लोगो को सामुदायिक केंद्र में रुकवाया गया है, जिन्हें खाने पीने से लेकर हर संभव मदद शासन प्रशासन सहित स्थानीय लोगो के माध्यम दिलाई जा रही है. वहीं जिन लोगों के घर टूट गए, अनाज कपड़े खराब हो गए उन्हें मदद मिल सके इसके लिए चर्चा की जाएगी. वहीं बाढ़ में बेघर हुए सोनू बर्मन ने बताया की जिला प्रशासन और सरपंच द्वारा यहां तो सब ठीक किया लेकिन 2 दिन जब हम अपने गांव जाएंगे तो रहेंगे कहां, घर टूट गया अब कुछ बह गया. कहां रहेंगे, क्या खाएंगे. हम प्रशासन से मांग करते है वो हमे घर और अन्य सुविधाएं मुहैया कराएं.
SDERF और NDRF की टीम ने अब तक 78 लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला
बेहिसाब परेशानियों के बीच भी कुछ महिलाएं ऐसी भी जो पूरे दिन खाना बनाती और अपने साथ अन्य पीड़ितो को खिलाती रही लेकिन उनकी भी मांग सभी जैसी है. जो घर सहित साल भर का अनाज चाहती हैं. तभी उनके परिवार का भरण पोषण हो सके. कटनी जिले में हुई 2 दिन की बारिश ने ढीमरखेड़ा, स्लिमानाबाद सहित अन्य क्षेत्रों को पानी पानी कर दिया है. यहां करीब आधा सैंकड़ा ग्राम बारिश से प्रभावित हुए तो 20 गांवों के मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है. लोगो को रेस्क्यू के लिए SDERF और NDRF की टीम ने अब तक 78 लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला तो ग्रामीणों की मदद से 550 से अधिक लोगो राहत शिविर केंद्र तक पहुंचाया है. जिला प्रशासन ने बताया की बारिश से प्रभावित करीब 2300 लोगों को राहत शिविर पहुंचाया गया है जो 8 अलग अलग केंद्रों में रुके है उनके लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है.