मध्य प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बदतर गए हैं. कई जिलों में भारी बारिश के कारण तालाब और नदी, नाले उफान मार रहे हैं. जिससे लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया. मध्य प्रदेश के 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आज एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. प्रदेश में बाढ़ स्थिति को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जानकारी दी है.
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शिवराज सिंह ने बताया, 'आज सवेरे मैंने प्रधानमंत्री को बाढ़ की स्थिति की पूरी जानकारी दी. हमने रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखे. नरेला गांव में फंसे सीहोर जिले के पांचों लोगों को रात ढाई बजे सुरक्षित निकाला गया. बालाघाट जिले के एक गांव में फंसे तीन लोगों को भी एयरलिफ्ट कर लिया गया.'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि बांध से भी पानी का डिस्चार्ज कम किया गया है, लेकिन अभी भी बारिश की संभावना है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि प्रशासन जिन गांवों से निकलने का आग्रह कर रहा है वहां जिद न करें. मुख्यमंत्री ने कहा है कि यथासंभव हम राहत शिविरों में सारी व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं.
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इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को लगभग डेढ़ घंटे तक नर्मदा नदी के तट पर बसे होशंगाबाद तथा सीहोर जिलों के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले में एक जलमग्न जगह से पांच लोगों को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से बचाया गया. एक और आदमी जो बाढ़ से बचने के लिए एक पेड़ पर चढ़ गया, वह अभी भी वहां है, उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है .
Source : News Nation Bureau