ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) को लेकर वाराणसी की सेशन कोर्ट की ओर से कराए जा रहे सर्वेक्षण को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) सही बताया है. उन्होंने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद के बारे में जो भी सच्चाई है, उसे सामने आना चाहिए. हमें पता होना चाहिए कि यह मंदिर है या मस्जिद. गौरतलब है कि अदालत के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण का काम चल रहा है. इससे पहले कोर्ट की ओर से नियुक्त दल ने एक दिन का सर्वेक्षण भी किया था, लेकिन दूसरे दिन भारी विरोध के बीच सर्वेक्षण का काम रोक दिया गया था. वहीं, मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उन्हें बदलने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने सुनवाई के बाद अपने फैसले में उन्हें हटाया तो नहीं, लेकिन इसके साथ ही एक और वकील को जोड़ दिया था. इसके साथ ही कोर्ट ने 17 तारीख तक हर हाल में सर्वेक्षण रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए कहा है. गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ मंदिर के बाजू में बने इस मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष मंदिर होने का दावा करता रहा है. हिंदुओं का आरोप है कि मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर इस मस्जिद का निर्माण कराया था.
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
इसके साथ ही नरोत्तम मिश्रा ने राजस्थान में चल रहे कांग्रेस पार्टी के चिंतन शिविर पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का 'चिंतन शिविर' नहीं अपनी पार्टी को बचाने के लिए और राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी का चिंता शिविर है.
HIGHLIGHTS
- ज्ञानवापी मस्जिद के बारे में जो भी सच्चाई है, उसे सामने आना चाहिए
- लोगों को पता चलना चाहिए कि ज्ञानवापी का ढांचा मंदिर है या मस्जिद
- वाराणसी की सेशन कोर्ट के आदेश पर कराया जा रहा है सर्वेक्षण