देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों कूड़े को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जिसने यह मिसाल पेश की है, की आप कूड़े कचरे जैसी गंदी जगह को भी बदल कर एक मनमोहक रूप दे सकते हैं. जिला प्रशासन की पहल का जादू अब लोगों को काफी पसंद आ रहा है. जिसके चलते देशभर में इस मॅाडल की तारीफ हो रही है. आइये जानते हैं मध्यप्रदेश में कैसे वहां के स्थानीय प्रशासन कूड़े के ढेर का उपयोग कर एक शानदार पर्यटक स्थल बनाकर तैयार कर दिया है.
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भोपाल में सन 1970 से भानपुर एक ऐसा इलाका था जो सिर्फ बदबूदार जगह और कचरे की खंती के नाम से जाना जाता था. कूड़े का ऐसा पहाड़ था जिसके पास से निकलने तक से लोग कतराते थे. भोपाल स्टेशन से पहले पढ़ने वाले स्कूलों के पहाड़ के चलते यहां से आने वाली बदबू के कारण लोगों को पता चल जाता था की भोपाल आ गया है. कभी किसी ने नहीं सोचा था कि कूड़े के जुड़े के पहाड़ को यहां से कभी खत्म किया जा सकेगा. लेकिन आज इस कूड़े के पहाड़ की तस्वीर ही बदल गई है. क्योंकि अब यह कूड़े का पहाड़ नहीं बल्कि एक पर्यटन स्थल बन गया है.
जिस जगह से लोग कभी निकलने से डरते थे, आज वहां पर पिकनिक मनाने के लिए आने लगे हैं. इस कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन ने प्रयास किए ,और फल यह निकला कि आज यह कूड़े का पहाड़ लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट बन गया है. खास बात यह रही कि इस कूड़े के पहाड़ को पिकनिक स्पॉट बनाने का जो प्रावधान आया था, वह तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर अविनाश लवानिया के समय पास हुआ था, और अब वही नगर निगम कमिश्नर भोपाल के कलेक्टर हैं.
HIGHLIGHTS
- राजधानी दिल्ली में कूडे़ के ढेर को लेकर अक्सर गहराता है विवाद
- जिला प्रशासन की पहल की हो रही देशभर में तारीफ
Source : Jitendra Sharma