मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों के लिए जीवन-रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति का दौर जारी है, राज्य को अब तक ढाई लाख से ज्यादा इंजेक्शन वाइल की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, प्रदेश में सात कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है. अब तक दो लाख 54 हजार 125 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. सभी फार्मा कंपनियों से अधिकारी निरंतर संपर्क में हैं, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए निरंतर प्रयास जारी है. रेमडेसिविर ( Remedisivir injection) निर्माताओं को मध्यप्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाई जा रही है, वहीं सभी को जरूरत के अनुसार उचित दाम पर रेमडेसिविर की सुगम उपलब्धता के साथ ही इसकी कालाबाजारी ( Remedisivir injection black marketing) एवं अवैध विक्रय की रोकथाम के निर्देश प्रदेश के सभी औषधि निरीक्षकों को जारी किए गए हैं. औषधि निरीक्षकों द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति एवं वितरण पर सतत निगरानी रखी जा रही है.
अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की सुलभ उपलब्धता के उद्देश्य से इसका वितरण केवल अस्पताल एवं संस्थानों में हो, ऐसी व्यवस्था भी की गई है. ऑक्सीजन के परिवहन को त्वरित एवं प्रभावी बनाने के लिए राज्य शासन द्वारा अनुमति प्राप्त ऑक्सीजन वाहन को एम्बुलेंस के समक्ष माना गया है. ऑक्सीजन के तीन टैंकर ट्रेन के माध्यम से आज आए हैं, जिन्हें कटनी, सागर, ग्वालियर और शिवपुरी भेजा गया है. रविवार को टैंकर एयरलिफ्ट कर सात रांची और दो जामनगर को भेजे जाएंगे. ऑक्सीजन की निर्वाध सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए निर्माताओं एवं डिस्ट्रीब्यूटर्स से सतत संपर्क किया जा रहा है. बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश में कोरोना के मरीजों के उपचार में मददगार रेमडेसीविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जा रही है. राज्य में इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में 20 और ऑक्सीजन के मामले में एक के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के इलाज में आवश्यक इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी और ऑक्सीजन की आपूर्ति को बाधित करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही की जा रही है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त 20 व्यक्तियों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर एक व्यक्ति के विरुद्ध रासुका के तहत प्रकरण दर्ज किये गये हैं. किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा.