मध्यप्रदेश के गुना में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों से पिटाई और इसके बाद किसान दंपति के कीटनाशक पीकर खुदकुशी करने का वीडियो सामने आने के बाद जमकर बवाल शुरू हो गया है. वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना जिले के कलेक्टर और एसपी को फौरन हटाने का निर्देश दिया है. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
गुना के कैंट थाना क्षेत्र की घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं। इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए। मैंने तत्काल अधिकारियों को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। भोपाल से जांच दल मौके पर जाकर पूरी घटना की जांच करेगा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसपर कार्रवाई करेंगे। pic.twitter.com/3IfCayNLRg
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 15, 2020
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मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने वीडियो जारी कर कहा, 'गुना के कैंट थाना क्षेत्र की घटना का वीडियो देखकर व्यथित हूं. इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचा जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं. भोपाल से जांच दल मौके पर जाकर पूरी घटना की जांच करेगा. इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई करेंगे.'
मामला सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान सरकार को घेरा है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है? ये कैसा जंगल राज है? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज.'
उन्होंने कहा, 'यदि पीड़ित युवक का जमीन संबंधी कोई शासकीय विवाद है, तो भी उसे कानूनन हल किया जा सकता है, लेकिन इस तरह कानून हाथ में लेकर उसकी, उसकी पत्नी की, परिजनों की और मासूम बच्चों तक की इतनी बेरहमी से पिटाई, यह कहां का न्याय है? क्या यह सब इसलिए कि वो एक दलित परिवार से है, गरीब किसान है?'
ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहाँ ले जा रही है ?
ये कैसा जंगल राज है ?
गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज।
1/3 pic.twitter.com/lRgOFaWHPp— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 15, 2020
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक गुना में मॉडल कॉलेज निर्माण के लिए शासकीय कॉलेज प्रबंधन को 20 बीघा जमीन जगनपुर चक क्षेत्र में आवंटित की गई थी. इस जमीन पर पिछले काफी समय से गब्बू पारदी नाम के व्यक्ति का कब्जा था. कुछ समय पहले राजस्व और पुलिस की टीम ने मिलकर अतिक्रमण हटवा दिया था. साथ ही जमीन को कॉलेज प्रबंधन को सौंप दिया गया था. हालांकि विभाग की लापरवाही की वजह से इस जमीन पर निर्माण नहीं हो सका था, जिसके चलते अतिक्रमणकारियों ने दोबारा जमीन को घेरना शुरू दिया था. इसके बाद गब्बू पारदी ने वह जमीन पैसे लेकर कुछ किसानों को दे दी थी, जिसके बाद उन किसानों ने वहां खेती करना शुरू कर दिया था. जब कॉलेज प्रबंधन की शिकायत पर राजस्व और पुलिस विभाग ने फिर मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली कराने के लिए कार्रवाई की तो मामला बिगड़ गया.
Source : News Nation Bureau