मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के महिदपुर में एक एसडीएम ने तुगलकी फरमान जारी किया है।
इस फरमान के तहत तहसील में सभी पंचायतों के सरपंच और सचिवों को यह आदेश दिया गया है कि गांव में यदि किसी भी दलित परिवार में शादी हो या दलित बारात निकाले तो उसकी सूचना 3 दिन पहले थाने जानकारी देनी होगी।
इस दौरान उन्हें हेड कॉन्स्टेबल से परमीशन भी लेनी होगी।
एसडीएम के इस आदेश का दलित संगठनों ने विरोध किया है। संगठनों ने एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। बढ़ते विवाद को देखते हुए उज्जैन कलेक्टर ने इस आदेश को बदलने के लिए कहा है।
बता दें कि हाल ही में राजस्थान के भीलवाड़ा में एक दलित युवक को गांव के ही कुछ दबागों ने घोड़ी चढ़ने को लेकर पीटा था और घोड़ी से उतरने को मजबूर किया था।
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Source : News Nation Bureau