मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों से आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम ने दस्तक दे दी है. सिंगरौली में आम आदमी पार्टी ने महापौर सहित कुछ वार्डों में जीत दर्ज की है. आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रानी अग्रवाल ने भाजपा के चंद्रप्रताप विश्वकर्मा को 9 हजार से अधिक मतों से पराजित किया. कांग्रेस इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही. एआईएमआईएम ने भी खंडवा, जबलपुर, बुरहानुपर में अपने पार्षद जिताकर प्रदेश में अपनी दस्तक दे दी है.
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नगरीय निकाय के चुनावों में 11 नगर निगम, 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषदों के लिए मतगणना हुई है. 20 जुलाई को शेष नगरीय निकायों के लिए गिनती की जाएगी. नगरीय निकाय के इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने सिंगरौली में प्रचार किया था. आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी को ग्वालियर में भी लगभग 35 हजार मत प्राप्त हुए हैं.
प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने 2018 में भी 200 से अधिक विधानसभा प्रत्याशी खड़े किए थे, लेकिन अब एक भी अपनी जमानत नहीं बचा सका था. निकाय चुनाव से आप ने अपना प्रभाव प्रदेश में छोड़ दिया है. इसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी कई शहरों में प्रचार किया था. ओवैसी के प्रत्याशियों का कई वार्डों में जीतकर आना और कई वार्डों में अच्छे मत प्राप्त करना भी प्रदेश की आगामी राजनीति में नए समीकरण बना रहा है.
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आप ने इस चुनाव में अधिकांश नुकसान भाजपा को पहुंचाया है तो वहीं एआईएमआईएम ने कांग्रेस को झटका दिया है. प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में इन दोनों दलों की प्रदेश में एंट्री भाजपा और कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी है. इन दोनों ही दल के प्रत्याशियों ने भाजपा और कांग्रेस के वोट काटे हैं.