MP urban body elections : नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना के दौरान कोई गड़बड़ी न हो जाए इस कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दिग्गज नेताओं की ड्यूटी लगा दी है. यह नेता मतगणना के दिन नगरीय निकायों में मौजूद रहकर पूरी मतगणना पर नजर रखेंगे. मतगणना के दिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कोई शिकायत होने पर किसी वरिष्ठ नेता द्वारा प्रशासन से बात की जा सके, इस कारण इन दिग्गज नेताओं को नगरीय निकायों में बैठाया जा रहा है.
विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान भी कांग्रेस ने मतगणना के दिन काफी सतर्कता बरती थी. कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह, विवेक तनखा और उस समय कांग्रेस के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरे समय प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से मतगणना पर नजर लगाए हुए थे. इस बार भी कमलनाथ ने यही रणनीति अपनाई है, जिससे प्रशासन को दबाव में रखा जा सके.
बड़े नेताओं के मौजूद रहने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ा रहेगा, यह भी इन नेताओं को भेजने का कारण माना जा रहा है. हालांकि, जिन नेताओं को मतगणना के लिए तैनात किया गया है उसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, एनपी प्रजापति के नाम न होने को भी कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है.
17 जुलाई को होने वाली मतगणना में भोपाल में दिग्विजय सिंह, इंदौर में सुरेश पचैरी, ग्वालियर में गोविन्द सिंह, जबलपुर में विवेक तनखा, सागर में मुकेश नायक, सतना में राजेन्द्र सिंह, छिंदवाड़ा में सुखदेव पांसे, सिंगरौली में कमलेश्वर पटेल, उज्जैन में बाला बच्चन, खंडवा में अरुण यादव और बुरहानुपर में सज्जन सिंह वर्मा को तैनात किया है.
20 जुलाई को होने वाली मतगणना में कटनी में तरुण भानोत और लखन घनघोरिया, रीवा में कमलेश्वर पटेल, मुरैना में गोविन्द सिंह, रतलाम में कांतिलाल भूरिया और विक्रांत भूरिया और देवास में सज्जन सिंह वर्मा की ड्यूटी लगाई है.
HIGHLIGHTS
- ‘‘भोपाल में दिग्विजय और इंदौर में पचौरी रहेंगे तैनात’’
- “पटवारी और अजय सिंह को नहीं दी ज़िम्मेदारी”
Source : Nitendra Sharma