मध्य प्रदेश के लोगों को अभी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग का अनुमान सटीक बैठा है. ऐसे में यहां तीन दिनों तक स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव रहेगा. करीब 30 जिलों में मानसून ने तांडव मचा रखा है. प्रदेश के कई सूखे पड़े डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं. बांधों के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 9 गेट, बरगी बांध के 21 में से 17, मोहन डैम के 10, हलाल डैम के 5 और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खोले गए हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान दमोह में साढ़े 8 इंच, जबलपुर में 8 इंच और सिवनी में 7 इंच बारिश दर्ज की गई है.
इसलिए विदाई से पहले एक्टिव है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार पूरे प्रदेश में स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव है. इसलिए मानसून की विदाई से पहले बारिश हो रही है. प्रदेश भर में हो रही झमाझम बारिश से निचली बस्तियों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. सिवनी और राजगढ़ में नदी नाले उफान पर हैं. बारिश की असर सबसे ज्यादा स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ रहा है. सिवनी में हालात को देखते हुए प्रशासन ने 12वीं क्लास के स्कूलों की छुट्टी तक कर दी है. दूसरी तरफ राजगढ़ के स्कूलों को भी बंद रखा गया है. यहां 8वीं क्लास तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है.
भोपाल के डैम ओवरफ्लो
राजधानी भोपाल में अब तक 44 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है. भोपाल के डैम भी ओवरफ्लो हो गए हैं. कलियासोत डैम के 2 गेट, कोलार के दो और भदभदा-केरवा डैम के एक-एक गेट खोले गए हैं. तीनों डैम के गेट से पानी की निकासी की जा रही है. बरसात में अब तक भदभदा के 8 बार, केरवा के 5 बार, कोलार के 6 बार और कलियासोत के 10 बार गेट खेाले जा चुके हैं.