मध्य प्रदेश में नवरात्र के दौरान सभी देवी मंदिर खुलेंगे, श्रद्धालु अपने आराध्य माता के दर्शन कर सकेंगे. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करना हेागा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि नवरात्र के अवसर पर यथासंभव घर पर ही माता की पूजा-अर्चना करें और मंदिरों में भीड़ एकत्रित न हो. साथ ही वह अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखने, हाथ सैनिटाइज करने आदि सभी सावधानियों का पालन करे. थोड़ी सी असावधानी कोरोना संक्रमण का कारण बन सकती है.
और पढ़ें: Dussehra 2020: जिस दिन नवमी तिथि, उसी दिन जलेगा रावण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मंदिर प्रांगण अथवा हॉल कितना भी बड़ा क्यों न हो, एक समय में वहां 200 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होने चाहिएं. छोटे स्थानों पर उतने ही व्यक्ति एक बार में एकत्रित हों जिससे एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मंदिरों में दर्शन के लिए लगने वाली लाइनों में एक-दूसरे श्रद्धालु के बीच पर्याप्त अंतर हो, यह मंदिर प्रबंध समितियां और व्यवस्थापक सुनिश्चित करें. इसके साथ ही नवरात्र पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा सकेंगी और स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं पर छह फीट ऊंचाई का प्रतिबंध नहीं है. लेकिन प्रतिमाएं स्थापित किए जाने और झांकियां बनाए जाने में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि उनके दर्शन श्रद्धालुओं को सुगमता से बिना रूके हो जाएं, जिससे कहीं भी भीड़ एकत्रित न हो.
ये भी पढ़ें: Navratri 2020: लहसुन-प्याज ही नहीं, नवरात्रि में इन 5 कार्यों से भी करें परहेज
राज्य सरकार ने तय किया है कि नवरात्र पर किसी भी प्रकार के चल समारोह नहीं होंगे. प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए आयोजन समिति के अधिकतम 10 व्यक्ति निर्धारित विसर्जन स्थलों पर जा सकेंगे. विसर्जन में भी पूरी सावधानियों एवं दिशा-निदेशरें का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. दशहरे के अवसर पर रावण दहन किया जा सकेगा और रामलीलाएं भी हो सकेंगी. इस दौरान कोरोना संक्रमण के मददेनजर एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखने, मास्क लगाने आदि की सावधानियां अनिवार्य रूप से बरतनी होंगी.
Source : IANS