छत्तीसगढ़ में भले ही चुनाव समाप्त हो गया हो लेकिन EVM पर अभी रार चल रही है. मतदान के दौरान EVM खराब होने और इसकी वजह से वोटिंग में देरी को लेकर चुनाव आयोग के पास ढेर सारी शिकायतें आईं थीं. इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दल चुनाव आयोग से खफा हैं. कांग्रेस का तो यहां तक आरोप है कि ढेर सारी EVM जानबूझकर बदली गईं. इन आरोपों को चुनाव आयोग ने सिरे से खािरज कर दिया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के खराब होने की शिकायत और संबंधित मतदान केन्द्रों से सूचना मिलने पर ही आवश्यकतानुसारमशीनें बदली गईं. मशीनों के बदले जाने तक कहीं पर भी मतदान आधे से एक घंटे की अवधि से अधिक बाधित नहीं हुआ. जिन मशीनों से मतदान कराया गया वे सभी मशीनें जिलों में स्थापित स्ट्रांग रूम में तगड़ी सुरक्षा में रखी गई हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि द्वितीय चरण में मतदान के दौरान मतदान केन्द्रों की संख्या के हिसाब से दूसरे चरण में 25 हजार 640 बैलेट यूनिट, 19 हजार 335 कंट्रोल यूनिट और 19 हजार 335 वीवीपेट मशीनें मतदान के लिए उपयोग में लाई गईं. इनमें से सूचना मिलते ही 124 बैलेट यूनिट, 84 कंट्रोल यूनिट और 510 वीवीपैट मशीनें बदली गईं.
Source : News Nation Bureau