मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में बोरवेल के गडढे में गिरे चार साल के प्रह्लाद को सुरक्षित निकालने के लिए बीते 48 घंटे से चल रहा राहत और बचाव अभियान अंतिम चरण में है. लगभग 60 फुट तक खुदाई कर ली गई है और बच्चे के करीब तक पहुंचने के लिए सुरंग बनाई जा रही है. निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में हरिकिशन का चार साल का बेटा प्रह्लाद बुधवार की सुबह खेत में खोदे गए बोरवेल में गिर गया था, उसके बाद से ही बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
दो सौ फुट खोदे गए बोरवेल के गडढे में लगभग 60 फुट की गहराई पर बच्चे के फंसे होने की संभावना है. सेना और अन्य राहत व बचाव दल ने समानांतर गड्ढा खोद लिया है और साथ ही सुरंग बनाई जा रही है ताकि बच्चे के करीब तक पहुंचा जा सके. इसके लिए रेलवे की मशीनों की मदद ली जा रही है. बच्चा जिस गडढे में गिरा है उसमें लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. वहीं कैमरे के जरिए उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही है. बीते लगभग 36 घंटे से बच्चा किसी भी तरह की हरकत करते नजर नहीं आया है. अनुमान है कि बच्चे तक राहत और बचाव दल के लोग किसी भी समय पहुंच सकते हैं.
एक तरफ राहत और बचाव कार्य चल रहा है वहीं लोग मंदिरों में पूजा पाठ भी कर रहे हैं, हर तरफ यही कामना की जा रही है कि बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया जाए. सूत्रों का कहना है कि राहत और बचाव कार्य में लगे दल के सुझाव पर रेलवे की सुरंग बनाने वाली मशीन बुलाई गई है, ताकि खुदाई के बाद गड्ढे तक सुरंग बनाई जा सके. सुरंग बनाए जाने से एक तरफ जहां बच्चे को किसी तरह का नुकसान नहीं हो सकता तो दूसरी मिट्टी आदि के ढहने पर राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों केा नुकसान की आशंका नहीं रहेगी. मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चे के सुरक्षित निकालने की कामना करते हुए कहा, 'ओरछा के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे मासूम प्रह्लाद को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ सेना बचाव कार्य में जुटी है. मुझे विश्वास है कि शीघ्र प्रह्लाद को सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा. ईश्वर बच्चे को दीघार्यु प्रदान करें, आप और हम सब मिलकर प्रार्थना करें.'
Source : News Nation Bureau