दुनिया में सबसे अच्छी क्वालिटी के हीरे पन्ना में निकलते हैं और इसका में करीना इस तरीके से उत्खनन एनएमडीसी की हीरा परियोजना करती है पर सेंट्रल एंपावर्ड कमेटी द्वारा क्लोजर प्लान सबमिट कर परियोजना को बंद करने की अनुशंसा की गई है. जिस कारण हीरा परियोजना के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है. एशिया महाद्वीप की एकमात्र मेकिंगनाइट माइंस को बचाने के लिए सांसद ने प्रयास शुरू किए हैं और सच्चाई जानने के लिए हीरा परियोजना का भ्रमण किया और विस्तृत जानकारी ली. लोकसभा में मुद्दा उठाने के बाद सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने परियोजना के अधिकारियों से जानकारी ली यह हीरा परियोजना प्रतिवर्ष 20 करोड़ से अधिक का राज्य सरकार को देती है और सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है. इसके बावजूद वन एवं पर्यावरण के नियमों के चलते इसी बंद करने की अनुशंसा की गई है जिससे क्षेत्र के लोग चिंतित हैं.
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खजुराहो सांसद बीडी शर्मा ने कहा कि इस हीरा परियोजना से लोगों को रोजगार तो मिलता ही है क्षेत्र के विकास एवं सामाजिक कार्यों में भी एनएमडीसी अपना योगदान देती है और यदि यह परियोजना बंद हुई तो बहुत से लोगों का रोजगार खत्म हो जायगा. पन्ना की हीरा परियोजना से लोगों को रोजगार मिलता है यह खूबसूरत बहुमूल्य रत्न देश के विकास के लिए भी उपयोगी है इस कारण से किसी भी स्थिति में मेरे रहते हीरा परियोजना बंद नहीं हो सकती.
ज्ञात हो कि पन्ना हीरा परियोजना पन्ना टाइगर रिजर्व की सीमा से लगी हुई है इस कारण से पर्यावरण एवं वन नियमों का हवाला देकर इसे बंद करने की अनुशंसा की जा रही है जबकि यह परियोजना 40 वर्ष से लगातार संचालित है और दुनिया सबसे अच्छे हीरे निकालती है. यदि इस परियोजना को बंद किया गया तो देश से हीरा का अस्तित्व खत्म हो जाएगा यह हीरा परियोजना जेम, पिंक और इंडस्ट्रियल क्वालिटी के प्रतिवर्ष 40000 कैरेट हीरो का उत्पादन कर रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो