मध्य प्रदेश के खरगोन में राम नवमी के जुलूस पर पत्थरबाजी और उसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई की वजह से बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं पर दबाव बढ़ गया है, जो मुसलमान हैं. बीजेपी के इन मुसलमान कार्यकर्ताओं पर समाज के कथित ठेकेदार दबाव डाल रहे हैं कि वो भारतीय जनता पार्टी छोड़ दें, तभी समाज में रह पाएंगे. वर्ना उन्हें समाज से बेदखल कर दिया जाएगा. बीजेपी के ऐसे ही एक कार्यकर्ता ने मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है. मीडिया से बातचीत में उसने कहा कि बाकायदा मस्जिद से ऐलान करके कहा गया है कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के बाद ही समाज में लिया जाएगा, वर्ना उनका बहिष्कार किया जाएगा.
मस्जिद से किया गया समाज से बहिष्कृत करने का ऐलान
जबलपुर के रहने वाले मुजम्मिल बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. उनका कहना है कि उनका परिवार जनसंघ से जुड़ा था और जनसंघ के बाद वो भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा है. यही अब उनके लिए मुसीबत बन गया है. क्योंकि खरगोन हिंसा के बाद बुलडोजर की कार्रवाई जब हुई, तो मस्जिद से बाकायदा इस बात का ऐलान कर दिया गया कि वो लोग भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दें. उनसे कहा गया कि आप आप भाजपा से जुड़े है, जो देश में मुसलमानों के घर तोड़ रही है. ऐसे में आपको न तो मस्जिद में नमाज़ पढ़ने दी जाएगी न ही दुकान किराए पर दी जाएगी.
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नहीं छोड़ूंगा बीजेपी, जो करना है कर लें धर्म के ठेकेदार
मुजम्मिल ने गंभीर आरोपों को न्यूज नेशन पर दोहराते हुए कहा कि उनसे साफ शब्दों में कह दिया गया है कि आप भारतीय जनता पार्टी छोड़िए, तभी आप मस्जिद में नमाज पढ़ पाएंगे और तभी कोई आपको दुकान किराए पर देगा. वर्ना पूरा मुस्लिम समाज आपका बहिष्कार करेगा. हालांकि मुजम्मिल ने ऐलानिया अंदाज में कहा है कि हमारा परिवार जनसंघ के साथ था और अब दशकों से भारतीय जनता पार्टी के साथ है. हम भारतीय जनता पार्टी नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे.
(जबलपुल से शुभम गुप्ता की रिपोर्ट)
HIGHLIGHTS
- खरगोन हिंसा के बाद से बीजेपी कार्यकर्ताओं पर दबाव
- बीजेपी छोड़ो, वर्ना मस्जिद में नहीं पढ़ने देंगे नमाज
- बीजेपी कार्यकर्ता ने गृह मंत्री से मांगी मदद