Open Jail in MP: हमारे मन में जेल का नाम सुनते ही पुलिस, कैदीर और सलाखे आते हैं, लेकिन क्या आपने कभी ऐसे जेल के बारे में सुना है, जहां कैदियों को सलाखों के पीछे नहीं बल्कि उनके परिवार के साथ रखा जाता है. जी हां, मध्य प्रदेश की सरकार की एक पहल से ऐसा जेल बनाया गया है, जहां कैदियों को उनके परिवार के साथ क्वार्टर में रखा जाता है. हालांकि सभी कैदियों को परिवार के साथ नहीं रखा जाता है बल्कि जिनका आचरण सही होता है, उन्हें ही ओपेन जेल में रखा जा रहा है. अब तक मध्य प्रदेश में कई ओपेन जेल खुल चुके हैं. रविवार को ही सीएम मोहन यादव ने उज्जैन में खुली जेल का लोकार्पण किया.
प्रशांत को मिला ओपेन जेल में रहने का मौका
बता दें कि सीएम मोहन यादव ने उज्जैन में ओपेन जेल की शुरुआत 20 बंदियों के साथ की है. ये 20 कैदी अपने परिवार के साथ रह सकते हैं. इसी कड़ी में इंदौर के रहने वाले प्रशांत को भी अपने बूढ़े मां-बाप के साथ रहने का मौका मिला है. इससे प्रशांत बहुत खुश है क्योंकि वह अपने माता-पिता का एकलैता संतान है. प्रशांत हत्या के आरोप में आजीवन कारावास काट रहा है. प्रशांत 13 साल जेल में काट चुका है और अब उसे सरकार ने परिवार के साथ रहने की बड़ी सौगात दी है. 20 साल की उम्र में वह जेल गया था और अब 33 साल का हो चुका है. प्रशांत ने अब तक शादी भी नहीं की है. अपनी आधी जवानी जेल में काट दी, लेकिन सरकार की इस पहल के माध्यम से उसे परिवार के साथ रहने का अवसर मिला है. इस तरह से एमपी सरकार ना सिर्फ कैदियों को दूसरा जीवन जीने का मौका दे रहे हैं बल्कि उसे सुधरने का भी अवसर मिला है. इस ओपन जेल के क्वार्टर में रहकर कैदी अपनी सजा कांटेंगे और साथ ही काम के लिए बाहर भी जाएंगे. उनकी सजा इस दौरान भी चल रही होगी. जिस वजह से शाम होने से पहले उन्हें ओपेन जेल में लौटना पड़ेगा.
ओपेन जेल में रह सकेंगे ये कैदी
आपको बता दें कि इस जेल में वहीं कैदी रह सकते हैं, जिन्होंने अपने सजा का दो तिहाई सजा काट लिया हो और उनका आचरण जेल में अच्छा हो. कैदी के साथ अगर उसका परिवार भी रहना चाहता है तभी वह ओपेन जेल में अपने परिवार के साथ रह सकता है.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश सरकार की पहल ओपेन जेल
- ओपेन जेल में रहकर कैदी करेगा माता-पिता की सेवा
- ओपेन जेल में रह सकेंगे ये कैदी
Source : News Nation Bureau