मध्य प्रदेश में फिजियोथेरैपी के लिए अलग से परिषद की स्थापना पर सरकार विचार करेगी, यह आश्वासन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोग्य भारती के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा करते हुए दिया. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के मुताबिक आरोग्य भारती के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, "प्रदेश में फिजियोथेरैपी के लिए पृथक परिषद की स्थापना पर विचार करेंगे. कोरोना काल में एलोपैथी के साथ अन्य चिकित्सा पद्धतियों की उपयोगिता का अनुभव किया गया. इस नाते इन चिकित्सा पद्धतियों का रोगों से बचाव में बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा."
और पढ़ें: न्यूज़ स्टेट की पहल से चिटफंड कम्पनी पर हुई कार्यवाही, वापस होंगे लोगों के पैसे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, "स्वास्थ्य जागरण क्षेत्र में आरोग्य भारती महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहा है. संस्था द्वारा फिजियोथेरैपी काउंसिल के गठन का दिया गया सुझाव महत्वपूर्ण है. फिजियोथेरैपी का विकास जनहित में आवश्यक है. मध्यप्रदेश में इस पद्धति को प्रोत्साहित किया जाएगा. इस दिशा में विचार कर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा."
मुख्यमंत्री चौहान से भेंट करने वालों में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मधुसूदन देशपांडे, डॉ. अशोक वाष्र्णेय, अभिजीत देशमुख और सुमित राणा शामिल थे.
Source : IANS