Aircraft Crash : मध्य प्रदेश में भारतीय सेना के दो फाइटर प्लेन क्रैश (Plan Crash) हो गए. मुरैना के पास पहाड़गढ़ विकासखंड में जंगल के ऊपर हवा में सुखोई-30 (Sukhoi-30) और मिराज-2000 (Mirage 2000) एक दूसरे से टकरा गए, जिससे विमान में आग लग गई. इस हादसे में एक पायलट शहीद हो गया, जबकि दो पायलट घायल हो गए हैं. इंडियन एयरफोर्स ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं.
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जानें प्लेन क्रैश के 10 बड़े अपडेट
- लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 मिड एयर कोलिजन के शिकार हो गए यानी दोनों विमान आसमान में एक-दूसरे से टकराए थे. हालांकि, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद ही साफ हो पाएगा कि हादसे का मुख्य कारण क्या था.
- ग्वालियर बेस से दोनों फाइटर प्लेनों ने प्रशिक्षण के लिए उड़ान भी थी. एक प्लेन में दो पायलट तो दूसरे में एक पायलट मौजूद था. विमान क्रैश होने की वजह से एक पायलट की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो पायलटों को अस्पताल में इलाज चल रहा है.
- तकनीमी खामियों और पायलटों में अनुभवों के अभाव के कारण दोनों विमान क्रैश हुआ. हालांकि, दोनों फाइटर प्लेन ने रुटीन उड़ान भरी थी.
- घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, टकराने के बाद हवा में दोनों विमानों में आग लग गई थी. इसके बाद दोनों विमान तेजी से जमीन पर आ गिरे. बताया जा रहा है कि विंग्स के टकराने से ही बड़ी दुर्घटना हो सकती है, क्योंकि तब विमानों के स्पीड पर काबू पाना संभव नहीं होता है.
- विमान क्रैश होने के बाद सुखोई-30 के दोनों पायलटों ने पैराशूट से छलांग लगा दी थी, जिससे उनकी जान बच गई. इस हादसे में मिराज 2000 के पायलट शहीद हो गए. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हादसे की जानकारी सीडीएस से ले रहे हैं.