मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भोपाल में एक संयुक्त बैठक की. इस बैठक में दोनों ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कई अहम फैसले लिए. बैठक में चंबल-पार्वती-कालीसिंध परियोजन पर भी मुहर लगी. इस समझौते के बाद दोनों ही राज्यों के 13-13 जिलों को सिंचाई और पेयजल की सुविधा मिलेगी. इस परियोजना के तहत 17 बांध बनाए जाएंगे. इस परियोजना पर 72 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं, प्रदेश में धार्मिक स्थलों को बढ़ावा देने के लिए भी दोनों राज्यों के बीच आध्यात्मिक कॉरिडोर बनाया जाएगा. जिसके तहत राजस्थान के खाटू श्याम जी से लेकर उज्जैन के महाकाल तक कॉरिडोर बनाया जाएगा.
मध्य प्रदेश-राजस्थान के बीच आध्यात्मिक कॉरिडोर
बता दें कि इसके तहत खाटू श्याम जी व नाथद्वारा मंदिर को मध्य प्रदेश के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर व ओंकालेश्वर को जोड़ने के लिए इलेक्ट्रिक बसें व वंदेभारत एक्सप्रेस चलाई जाएगी. धार्मिक पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए दोनों राज्यों के बीच श्रीकृष्ण गमन पथ का भी निर्माण किया जाएगा. जिसे लेकर बैठक में चर्चा भी हुई. इससे दोनों ही राज्यों में पर्यटक को बढ़ावा मिलेगा. जल संधि व धार्मिक पर्यटक के अलावा वन्य प्राणियों को लेकर भी योजना बनाई जा रही है.
चंबल-पार्वती-कालीसिंध परियोजन पर लगी मुहर
एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बैठक के बाद कहा कि इस परियोजना के बाद दोनों ही राज्यों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. दोनों ही राज्यों में धार्मिक पर्यटन की बड़ी संभावना है और जल संधि से दोनों राज्यों को फायदा होगा. वहीं, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि इन योजनाओं के अलावा भी हम दोनों राज्य मिलकर कुछ नई योजनाएं लाएंगे. जिससे प्रदेश का विकास होगा. जल संसाधन मंत्री ने चंबल-पार्वती-कालीसिंध परियोजना पर कहा कि यह एमपी के लिए बड़ी सौगात है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का संकल्प इस परियोजना के बाद पूरा होने जा रहा है. इसके अलावा खनन संपदा को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई और राजस्थान-खनन नीति को अपनाने की बात कही गई.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश-राजस्थान के बीच बनेगा आध्यात्मिक कॉरिडोर
- चंबल-पार्वती-कालीसिंध परियोजन पर लगी मुहर
- खाटू श्याम जी से महाकाल तक बनेगा कॉरिडोर
Source : News Nation Bureau