ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो का एक एड अब विवादों के घेरे में आ गया है. इस एड को फिल्म स्टार और बॉलिवुड एक्टर रितिक रौशन ने किया है. विवाद का कारण महाकाल मंदिर की भोजन की थाली को जोमैटो के एड से जोड़ने से हुआ है. जिसके बाद के एड को महाकाल मंदिर के भोजन थाली से जोड़ने पर बवाल हो गया है। दरअसल एकटर ऋतिक रोशन ने जो एड किया है उसमें साफ बोलते दिख रहे हैं कि "थाली का मन किया उज्जैन में हैं, तो महाकाल से मंगा लिया"।
महाकाल पुजारी ने दर्ज कराया विरोध
महाकाल मंदिर की भोजन की थाली को जोमैटो के एड से जोड़ने से पर पुजारी महासभा के अध्यक्ष पुजारी- महेश पुजारी ने अपना विरोध दर्ज कराया है. महेश पुजारी ने कहा कि महाकाल मंदिर से इस तरह की कोई थाली दुनिया के किसी भी कोने में तो क्या, उज्जैन में भी डिलीवरी नहीं की जाती है। जोमैटो और ऋतिक रोशन को माफी मांगना चाहिए।
नॉनवेज डिलीवर जोमैटो में महाकाल नाम बर्दाश्त नहीं
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश का साफ कहना है कि उज्जैन के महाकाल मंदिर के अन्न क्षेत्र में श्रद्धालुओं को भोजन थाली में दिया जाता है, लेकिन थाली का भोजन आनलाइन मंगाने और डिलिवरी करने का कोई प्रावधान ही नहीं है। पुजारी ने कहा कि जो कंपनी नॉनवेज खाना भी आनलाइन डिलिवर करती हो, उसे महाकाल थाली के बारे में अपना विज्ञापन फौरन बंद कर देना चाहिए। कंपनी ने हिंदुओं भावना को ठेस पहुंचाई है। हम इसका घोर विरोध करते हैं। कंपनी माफी मांगे, नहीं तो हम कोर्ट जाएंगे।
हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ न करे जोमैटो
मुखर विरोध करते हुए महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने कहा, कि ऐसे एड जारी करने से पहले कंपनी को सोचना चाहिए। हिंदू समाज सहिष्णु है। वो कभी उग्र नहीं होता। अगर कोई दूसरा समाज होता तो ऐसी कंपनी में आग लगा देता। कंपनी हमारी भावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ न करें। कंपनी ने ये भ्रामक प्रचार किया है इसे तुरंत बंद चाहिए महाकाल मंदिर अन्न क्षेत्र में भक्तों को भोजन थाली में दिया जाता है, लेकिन थाली का भोजन डिलीवर करने का कोई प्रावधान नहीं है। जो कंपनी नॉनवेज खाना भी डिलीवर कर रही हो, उसे तुरंत महाकाल के नाम की थाली का भ्रामक विज्ञापन बंद कर देना चाहिए।
जोमैटो और विवाद का रहा है पुराना नाता
फूड डिलिवर कंपनी जोमैटो ऑनलाइन रेस्तरां खोजने और खाना मंगवाने वाली कंपनी है। पंकज चड्ढा और दीपिंदर गोयल ने 2008 में की इस कंपनी को चालु किया था. इससे पहले भी जोमैटो कंपनी करीब 5 महीने पहले तब विवादों में घिरी थी, जब 10 मिनट में खाना डिलिवर करने का वादा किया गया था। कंपनी के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने एक ब्लॉग के जरिए इस बात की जानकारी दी थी। इस पर लोकसभा सदस्य कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि यह बिल्कुल बेतुकी सर्विस है। इससे डिलीवरी करने वालों पर बेकार का दबाव बढ़ेगा। कई लोगों ने भी डिलीवरी बॉय की सेफ्टी पर सवाल उठाए थे। इस पर एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने भी सवाल उठाया था। हालांकि, गोयल ने सोशल मीडिया पर ये भी बताया था कि उनकी 10 मिनट डिलीवरी सर्विस 30 मिनट डिलीवरी सर्विस की तरह सेफ रहेगी।
विज्ञापन पर होगी कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने जोमैटो के विज्ञापन को तथ्यहीन और भ्रामक करार दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर में अन्न क्षेत्र में प्रसाद ग्रहण किया जा सकता है, यहां थाली बाहर नहीं भेजी जाती। प्रशासन ऐसे भ्रामक विज्ञापन बंद कराने के लिए कार्रवाई करेगा। गौरतलब है कि महाकालेश्वर मंदिर के अन्न क्षेत्र में रोजाना हजारों श्रद्धालु भोजन भोजन प्रसादी लेने पहुंचते हैं। मंदिर समिति की ओर से यह भोजन निशुल्क दिया जाता है।
Source : Arun Kumar