Advertisment

MP-MLAs के लिए बने फ्लैट्स में भ्रष्टाचार! खुल गई निर्माण कार्य की पोल

मध्य प्रदेश बीते कुछ दिनों से खास चर्चा में है. घटिया निर्माण वाली सड़क, पुल से लेकर बांध तक की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं.  मगर आज हम आपको भोपाल के उन फ्लैट्स के घटिया निर्माण की तस्वीरें दिखाने जा रहे है, जो सरकार ने...

author-image
Shravan Shukla
New Update
Rachna Tower

Rachna Tower ( Photo Credit : File)

Advertisment

मध्य प्रदेश बीते कुछ दिनों से खास चर्चा में है. घटिया निर्माण वाली सड़क, पुल से लेकर बांध तक की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं.  मगर आज हम आपको भोपाल के उन फ्लैट्स के घटिया निर्माण की तस्वीरें दिखाने जा रहे है, जो सरकार ने विधायक और सांसदों के लिए बनाए थे. ये भोपाल का रचना टावर है. कुछ ही माह पहले यहां कुछ विधायक, पूर्व विधायक और कुछ लोग रहने आये है. सपनों के आशियाने का ख्वाब दिखाकर बिल्डर द्वारा घटिया निर्माण और अधूरी सुविधाएं टिकाने से आम लोग ही नहीं, बल्कि प्रदेश के माननीय जनप्रतिनिधि भी परेशान हैं. दरअसल पहली बारिश में ही यहां घरों में सीलन और दरारें आ गई है. जिससे रहवासी खुद को ठगा महसूस कर रहे है.

सुपर लक्जरी फ्लैट्स की हालत हो गई खराब

रचना टॉवर में वर्तमान व पूर्व सांसद-विधायकों के लिए बनाए गए सुपर लग्जरी फ्लैट की हालत यह है कि बेसमेंट और पार्किंग में बारिश होते ही जलभराव हो रहा है. टैरेस गार्डन की छत टपक रही है. बिजली लाइनों को खुला छोड़ दिया गया है. पिलर्स में दरारें हैं और दीवारों का प्लास्टर झड़ रहा है. डक्ट में भारी गंदगी और मलबा पड़ा है. बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लेकर जबलपुर के अस्पतालों में आग लगने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. इसका सबसे बड़ा कारण फायर सेफ्टी सिस्टम का फेल होना बताया गया है. लेकिन यहां तो फायर सेफ्टी सिस्टम से पाइप ही गायब है, जिससे पानी निकलेगा. ऐसे में दुर्भाग्य से यहां कोई अनहोनी होती है, तो भगवान ही मालिक है. यही नहीं, यहां वायरिंग तक खुली छोड़ दी गई है, जिसे शॉर्ट सर्किट का डर हमेशा बना रहता है. 

कितने खास है ये फ्लैट्स?

इस प्रोजेक्ट का कुल एरिया-6.16 एकड़ है. इसमें कुल 8  टॉवर हैं. सभी टॉवर 10 मंजिला हैं. कुल 320 फ्लैट्स बनने हैं. इसमें एचआईज और एमआईजी श्रेणी के फ्लैट्स हैं. इन फ्लैट्स का एरिया-237.50 वर्गमीटर और 225 वर्गमीटर है. खास बात ये है कि इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब 150 करोड़ है, जिसमें हर एक फ्लैट की कीमत - 20 लाख से लेकर 75 लाख तक है. इसके बावजूद हालत क्या है, ये सबके सामने है. 

ये भी पढ़ें: समीर वानखेड़े को मिली जान से मारने की धमकी, 'तुमको खत्म कर देंगे...'

रचना टॉवर को लेकर सियासत भी तेज

अब इस पूरे मामले में सियासत भी शुरू हो गई है, कांग्रेस का कहना है कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है. कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि यहां बांध, सड़क, पुलिया से लेकर अब तो सरकार ने सांसद और विधायकों के लिए बनाए गए फ्लैट्स को भी नहीं छोड़ा है. इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, सरकार में मंत्री विश्वास सारंग का कहना है की इस मामले की पूरी तरह से जांच की जाएगी. अगर घटिया निर्माण हुआ तो तो दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. कुल मिलाकर बीजेपी सरकार अपने घटिया निर्माण के लिए किरकिरी करवा रही है. ऐसे में अब ज़रूरत है कि घटिया निर्माण करने वाले ठेकदारों और इंजीनियरों पर ऐसी कार्रवाई हो कि प्रदेश में एक नज़ीर पेश हो. ताकि आगे से कोई भी ऐसा घटिया काम करने से पहले 100 नहीं बल्कि हज़ार बार सोचे.

HIGHLIGHTS

  • रचना फ्लैट्स में घटिया निर्माण से माननीय परेशान
  • न फायर सेफ्टी के इंतजाम, न ही बिजली के तार ढंके
  • कभी भी हो सकता है कुछ बड़ा हादसा
construction Rachna Tower रचना टॉवर सुपर लग्जरी फ्लैट
Advertisment
Advertisment
Advertisment