विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के नजदीक खुदाई में मिले एक हजार साल पुराने मंदिर की जांच के लिए दिल्ली से 3 सदस्य जांच टीम उज्जैन पहुंची है. टीम ने महाकाल मंदिर पहुंचकर अवशेषों की जांच की. दरअसल, महाकाल मंदिर में विस्तारीकरण कार्य के लिए चल रही खुदाई में करीब एक हजार साल प्राचीन मंदिर मिलने की बात सामने आयी थी. जिसके बाद यहां खुदाई का काम रोक दिया गया था.
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पूरे मामले की जानकारी आर्केलॉजिक सर्वे ऑफ इंडिया की टीम को भी दी गयी थी. जिसके बाद आर्केलॉजिक विभाग का तीन सदस्यीय जांच दल भोपाल से उज्जैन पहुंचा. जांच के टीम के अनुसार खुदाई में जो अवशेष मिले हैं वह 10वीं और 11वीं शताब्दी के बताए जा रहे हैं.
दरअसल, खुदाई के दौरान मंदिर के जो अवशेष मिले हैं वह कितने नीचें तक दबें हैं इसका अब तक अंदाजा नहीं लगाया जा सका है. पुरातत्व विभाग की टीम कहना है कि 20 फीट नीचे ही यह अवशेष मिले हैं. इसलिए अवशेष और कितने नीचें तक दबे हैं अभी से इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. लेकिन जिस तरह से इन पत्थरों पर नक्काशी की गयी है उसे देखकर इन्हें परमारकालीन समय का बताया जा रहा है.
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बता दें कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का विस्तारीकरण का कार्य करीब पिछले एक साल से चल रहा है. मंदिर के बाहर सुविधा युक्त पार्किंग, महाकाल मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार सहित अन्य जगहों का सौन्दर्यकरण किया जाना था, लेकिन अचानक पुराने अवशेष मिलने के बाद महाकाल मंदिर के मुख्य द्वार पर चल रही खुदाई को रोक दिया गया. खुदाई करते वक्त यहां 23 फीट तक खुदाई करने के बाद एक बड़ी दीवार और कुछ अवशेष मिले है.
Source : News Nation Bureau