पन्ना की धरती मजदूरों को रातों रात करोड़पति बना देती है यह बात उस समय चरितार्थ हुई जब ऑक्शन में हीरे की बोली 6 लाख प्रति कैरेट के हिसाब से लगाई गई और 2 माह पूर्व मजदूर मोती लाल प्रजापति को मिला हीरा दो करोड़ 55 लाख में बिक गया. हीरा कार्यालय में पन्ना की उथली हीरा खदानों से मिले हीरों की नीलामी हो रही थी तभी झांसी निवासी राहुल अग्रवाल एंड कंपनी ने इस हीरे की कीमत 6 लाख प्रति रेट लगाई और हाइएस्ट बोली लगाने के कारण पन्ना जिले की इतिहास का सबसे बड़ा दूसरा हीरा राहुल अग्रवाल एंड कंपनी के नाम कर दिया गया.
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हीरा अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि पन्ना की धरती खूबसूरत हीरों उगलती है. कहते हैं कि पन्ना की तमन्ना है कि हीरा मुझे मिल जाए और ऐसा हीरा जब मजदूर को मिले तब तो बात और निराली हो जाती है और उसकी कीमत करोड़ों में हो क्या कहने. कुछ ऐसा ही पन्ना में हुआ मोती लाल प्रजापति को मिला हीरा 2 करोड़ 55 लाख रुपये में बिका अब इसे 12 परसेंट टैक्स काटकर संपूर्ण राशि दे दी जाएगी.
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हीरा खरीदने वाली राहुल अग्रवाल का कहना है कि यह बेहद बहुत खूबसूरत है. इसकी कटिंग पॉलिशिंग करा कर नाक तैयार करेंगे . हीरे को खरीदने के लिए मुंबई, दिल्ली और पंजाब से भी व्यापारी आए थे. अच्छी कीमत में बिकने से हीरा खोदने वाली मजदूरों को एक नई ऊर्जा का संचार होगा और यह भी माना जा रहा है कि मजदूर को नए वर्ष का तोहफा भी रातों रात करोड़पति बना गया. बता दें 40 वर्ष पहले पन्ना जिले के इतिहास में 44 कैरेट का हीरा रसूल मोहम्मद को मिला था और यह हीरा 42.8 कैरेट का दूसरा सबसे बड़ा है.
Source : News Nation Bureau