यूं तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सूबे के चतुर्दिक विकास के लिए जाना जाता है. लोग कांग्रेस के शासन और उनके द्वारा सत्ता संभालने के दिनों चर्चा करते नहीं थकते. यह अलग बात है कि एमपी के कई इलाकों में अभी भी विकास के नाम पर काफी कुछ करना बाकी है. खासकर पिछड़ी जनजातियों वाले इलाकों में आधारभूत संचरना का घोर अभाव है. वहां की जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि भी स्थानीय लोगों की अपेक्षाएं पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में सीधी के चुरहट में लोगों ने एक अनूठी मिसाल पेश की है.
कह सकते हैं कि जब शासन और प्रशासन लोगों की समस्याओं के निदान का रास्ता नहीं खेलता है, तो लोग खुद अपनी समस्या हल करने के लिए आगे आ जाते हैं. सीधी जिले के चुरहट में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला है. यहां की एक जर्जर सड़क को जब नहीं सुधारा, तो लोग ही सड़क को सुधारने में जुट गए हैं. बताया गया है कि मोहनिया से चुरहट बाजार होते हुए सर्रा तक जाने वाली सड़क की बुरी हालत थी और लोग इससे परेशान थे. बारिश के कारण इस सड़क की हालत और भी खराब हो चली थी. स्थानीय लोग सड़क को लेकर मुख्यमंत्री तब से कार्यवाही की मांग कर चुके थे. मुख्यमंत्री को बताया भी गया था कि इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जिससे हादसा होने की आशंका रहती है.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस सड़क की स्थिति से अवगत कराया था और मांग की थी कि वे मरम्मत के लिए तत्काल निर्देश साथ ही यह भी चेतावनी दी थी कि यदि सड़क का निर्माण कार्य करने के आदेश नहीं दिए गए तो मजबूरन जन सहयोग से काम करवाना होगा. पूर्व नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि इसके बावजूद सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई इसलिए सहयोग, समर्थन और जनभागीदारी से इस सड़क की मरम्मत का बीड़ा उठाया गया. आमजन के सहयोग से इस सड़क की मरम्मत का काम किया जा रहा है। इस मुहिम में सभी लोग सहयोग कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यह अभिनव प्रयोग सिफ सीधी जिले के लिए नहीं, पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण और प्रेरणादायक बनेगा, यह उम्मीद है.
HIGHLIGHTS
- चिरहुट जिले के सीधी के लोगों ने पेश की मिसाल
- जन-समर्थन से खुद ही मरम्मत का उठाया बीड़ा
Source : IANS/News Nation Bureau