मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पहुंचे. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात हुई. करीब 60 मिनट की मुलाकात के बाद शिवराज सिंह चौहान कमरे से बाहर आकर मीडिया से बातचीत की. मीडिया ने उनसे सवाल किया कि पार्टी आपके लिए क्या मूड बना रही है. पार्टी आपको क्या भूमिका देना चाहती है. तो उन्होंन कहा कि पार्टी जो तय करेगी वही करेंगे. वो केंद्र में भी रहेंगे और राज्य में भी सक्रिय रहेंगे. उन्होंने कहा कि मैं बार-बार एक ही बात कहना चाहता हूं कि आप जब बड़े मिशन के लिए काम करते हैं तो पार्टी तय करती है कि आप क्या काम करेंगे. हम इसमें नहीं सोचते की क्या सही है क्या गलत है.
दिल्ली दौरे के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायक दल की बैठक है और इस बैठक में उनका शामिल होना जरूरी है. इसलिए वो भोपाल रवाना हो रहे हैं और जल्द दिल्ली वापस लौटेंगे. शिवराज सिंह चौहान ने जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की. शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि इस मुलाकात के दौरान राष्ट्र उत्थान, लोक कल्याण और जनसेवा जैसे कई विषयों पर बात हुई है. शिवराज सिंह ने आगे लिखा, सेवा ही संकल्प है के ध्येय के लिए भाजपा के हम समस्त कार्यकर्ता समर्पित हैं.
#WATCH | Delhi | After meeting BJP chief JP Nadda, former Madhya Pradesh CM and senior party leader Shivraj Singh Chouhan says, "As a party worker, I will carry out whatever role is decided for me by the party. Whatever it is that the party decides - I will be in the State as… pic.twitter.com/6jTbIMAyUy
— ANI (@ANI) December 19, 2023
यह भी पढ़ें: Parliament Security Breach: विरोधियों पर पीएम मोदी का तीखा हमला, बोले- संसद में घुसपैठ वालों को विपक्षा का समर्थन
संकल्प यात्रा में जाएंगे शिवराज
हालांकि, शिवराज इस बातचीत के दौरान ये जरूर कह गए कि भारतीय जनता पार्टी की संकल्प यात्रा के दौरान उन्हें कई जगहों पर जाने के लिए बोला जाएगा तो जरूर जाएंगे. शिवराज सिंह ने कहा कि वो दक्षिण के राज्यों में भी जाएंगे.
पार्टी ने बहुत दिया, अब हमें देने की बारी
दिल्ली पहुंचने से पहले सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चा चल रही थी. चर्चा थी कि शिवराज सिंह चौहान अब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे. या पार्टी उन्हें कोई और जिम्मेदारी सौंपेंगी. हालांकि, शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विदाई भाषण में यह साफ कर दिया था कि पार्टी से कुछ मांगने से बेहतर है मर जाना. अपने विदाई समारोह में शिवराज सिंह ने कहा था कि पार्टी ने उन्हें 18 सालों तक मुख्यमंत्री बनाया है. पार्टी ने वह दिया जिसकी हमें आकांक्षा नहीं थी. ऐसे में पार्टी से हम क्या मांग सकते हैं. पार्टी को अब मुझे लौटाने का समय आ गया है.
Source : News Nation Bureau