अपनी मौत की भविष्यवाणी कर चर्चा में आए बैतूल के कुंजीलाल का निधन हो गया. बैतूल से 12 किमी दूर स्थित सेहरा गांव निवासी कुंजीलाल मालवीय अपनी मौत की भविष्यवाणी की तारीख से 14 साल 6 दिन बाद 90 साल की उम्र में शुक्रवार की रात दुनिया से विदा हो गए. कुंजीलाल ने 20 अक्टूबर 2005 को अपनी मौत की भविष्यवाणी कर पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था. इस घटना ने बैतूल जिले के सेहरा गांव को मशहूर कर दिया. हालांकि वह भविष्यवाणी गलत साबित हुई लेकिन इसने कुंजीलाल को रातोंरात सुर्खियों में ला दिया. शनिवार को पैतृक गांव सेहरा में उनकी अंत्येष्टि की गई.
मौत की भविष्यवाणी कर चर्चा में आए थे कुंजीलाल
2005 में कुंजीलाल उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने अपने पास आने वाले लोगों को ग्रहों की गणना के आधार पर यह बताया था कि 20 अक्टूबर 2005 को करवा चौथ के दिन उनकी मौत हो जाएगी. धीरे-धीरे यह बात आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बन गई. जैसे ही मामले की जानकारी मीडिया को लगी तो वहां देश विदेश के मीडिया चैनलों ने डेरा डाल लिया. देश के कई बड़े चैनलों ने इस घटना का 12 घंटे तक लाइव प्रसारण दिखाया था. पूरे दिन वह भजन कीर्तन में लगे रहे. कुंजीलाल को उस दिन कुछ नहीं हुआ. जब मीडिया ने इसका कारण पूछा तो कुंजीलाल ने कहा कि उनकी पत्नी ने पूरी श्रद्धा के साथ करवाचौथ का व्रत रखा था इसलिए उनकी मौत टल गई.
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फिल्म निर्माता-निर्देशक को दिया था नोटिस
आमिर खान ने 2010 में कुंजीलाल के पड़ोसी गांव पिपला के नाम पर 'पीपली लाइव" फिल्म बनाई. इस फिल्म में कर्ज से परेशान नत्था नामक किसान ने अपनी मौत की भविष्यवाणी की थी. कुंजीलाल का दावा था कि फिल्म उनके जीवन पर आधारित है. इसे लेकर उन्होंने फिल्म के निर्माता-निर्देशक को नोटिस भी भेजा था. इस मामले में भी कुछ नहीं हो पाया.