मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पूरी तरह काबू में है. यहां तीन जिले ऐसे है जो पूरी तरह कोरोना मुक्त हो चुके हैं. इसके अलावा 52 जिलों में से 31 जिलों मे बीते 24 घंटों मे एक भी नया मरीज सामने नहीं आया हैं. हालांकि कोरोना के नया वेरिएंट सामने आने से राज्य सरकार की चिंताएं बढी हुई है. राज्य में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. कोरोना के लक्षण नजर आने पर जांच की सलाह भी दी जा रही है. इसके चलते कई स्थानों पर कोरोना को रोकने में बड़ी सफलता मिली है. प्रदेश के तीन जिले अलीराजपुर, बुरहानपुर और खंडवा पूर्ण रूप से कोरोना मुक्त हो गये हैं. यहां न तो कोई नया प्रकरण आया है और न ही कोई एक्टिव केस है.
इसी तरह देखें तो राज्य के 31 जिलों में कोरोना का कोई भी नया प्रकरण सामने नहीं आया है. प्रदेश के दो जिलों इंदौर एवं भोपाल में क्रमश 10 एवं 15 नए मामले सामने आये हैं. 19 जिलों रायसेन, सागर, दमोह, ग्वालियर, धार, हरदा, होशंगबाद, खरगोन, मंदसौर, नरसिंहपुर, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, बड़वानी, बैतूल, छतरपुर, मुरैना, सिवनी और उज्जैन जिलों में कोरोना के एक से चार तक नए मामले सामने आए हैं. राज्य में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या में गिरावट आ रही हैं, वहीं मरीजों के स्वस्थ होने का सिलसिला भी जारी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है, 'प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगभग समाप्त हो गया है. अब कोरोना के केवल 62 नए मामले आये हैं और 1280 एक्टिव मरीज हैं. कोरोना संक्रमण की दृष्टि से देश के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में मध्यप्रदेश 31 वें स्थान पर है. वर्तमान हालात में असावधानी बिलकुल नहीं करनी है. कोविड अनुरूप व्यवहार करना है और कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना है. थोड़ी सी असावधानी से कोरोना का संक्रमण फिर फैल सकता है.ट
राज्य में टीकाकरण का दौर जारी है. मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को कहा है कि प्रदेश में 21 जून से चलाए जा रहे टीकाकरण महाअभियान के अंतर्गत अब तक लगभग 36 लाख व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगायी जा चुकी है. मध्यप्रदेश में शीघ्र ही पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा कर हर व्यक्ति को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित करना है. केन्द्र सरकार से जैसे- जैसे डोजेज मिलते जायेंगे, टीकाकरण कार्य चलता रहेगा. प्रदेश में कारेाना की स्थिति में आ रहे सुधार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट शून्य दशमलव एक प्रतिशत हो गया है. कोरोना का रिकवरी रेट 98.7 प्रतिशत है.
एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण में लगातार गिरावट आ रही है वहीं कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आने से सरकार की चिंताएं बढ़ी है. राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री कैलाश सारंग का कहना है कि जो मरीज सामने आया है, उसके संपर्क में आए लोगों का भी परीक्षण कराया जा रहा है. कोरोना खत्म नहीं हुआ है, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है.
HIGHLIGHTS
- इंदौर एवं भोपाल में क्रमश 10 एवं 15 नए मामले
- राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में एमपी 31 वें स्थान पर
- अब साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट शून्य दशमलव एक प्रतिशत