मध्यप्रदेश के रहने वाले एक प्रवासी शिल्पकार ने गुजरात के बनासकांठा जिले के एक मंदिर में शनिवार को अपनी जीभ काट ली. वह संभवत: लॉकडाउन के कारण हताश था और घर वापस जाना चाहता था. पुलिस ने यह जानकारी दी. हालांकि, पुलिस ने उन खबरों से इंकार किया है कि शिल्पकार ने मंदिर में देवी को 'चढ़ावा' चढ़ाने के लिये अपनी जीभ काटी.
हाथ में मिली जीभ
मध्यप्रदेश के मुरैना जिला निवासी विवेक शर्मा (24) पेशे से शिल्पकार हैं. वह शनिवार को सुई गाम तहसील के नादेश्वरी गांव के नादेश्वरी माता मंदिर में खून से लथपथ बेहोश स्थिति में पाया गया. पुलिस उपनिरीक्षक एच. डी. परमार ने बताया, जब वह हमें मिला उसने अपनी जीभ हाथ में पकड़ी हुई थी. हम उसे तुरंत सुई गाम अस्पताल ले गए.' जिस मंदिर में यह घटना हुई, उसकी देखभाल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) करता है, जबकि शर्मा वहां से करीब 14 किलोमीटर दूर एक दूसरे मंदिर में काम करता था.
चढ़ावा चढ़ा चाहता था देवी को खुश करना
प्रारंभिक जांच के अनुसार, लॉकडाउन के कारण राज्यों की सीमाएं सील होने के बाद शर्मा को घर की बहुत याद सता रही थी और वह व्याकुल हो गया था. बीएसएफ के स्थानीय अधिकारी ने बताया कि शर्मा ने संभवत: सोचा होगा कि देवी को जीभ के रूप में चढ़ावा चढ़ाने से हालात बदल जाएंगे और वह घर जा सकेगा. हालांकि, पुलिस ने कहा कि शर्मा की तबीयत सुधरने और उसका बयान दर्ज करने से पहले वह ऐसी किसी भी चीज की पुष्टि नहीं कर सकती कि वास्तव में क्या हुआ था.
Source : News State