मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल का काम शुक्रवार से शुरू हो गया. पहला डोज एक शिक्षक को दिया गया. सरकार को उम्मीद है कि इससे लोगों का आत्मबल बढ़ेगा और निश्चिंतता आएगी. कोरोना वैक्सीन के तीसरे ट्रायल के लिए मध्य प्रदेश को चुना गया है. पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के कुलपति राजेश कपूर ने बताया है कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का मौका मिला है. इसे हम मिशन की तरह ले रहे हैं, क्योंकि यह जनता की सेवा के लिए है. वैक्सीन किसी देश, प्रदेश या जिले के लिए नहीं होती, बल्कि पूरे समाज के लिए होती है.
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बताया गया है कि इस कोवैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की लैब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजी द्वारा बनाया गया है. पहला डोज एक शिक्षक को दिया गया है. जिन लोगों को यह डोज दिया जाएगा, उन्हें साढ़े सात सौ रुपये भी दिए जाएंगे और उनके स्वास्थ्य पर खास नजर रखी जाएगी. राजधानी का गांधी मेडिकल कॉलेज भी ट्रायल के लिए पूरी तरह तैयार है.
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राज्य के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल हम सभी के लिए राहत और खुशी की बात है. कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू होने से लोगों का आत्मबल बढ़ेगा और हम लोग निश्चितता की ओर बढ़ेंगे.
Source : IANS