ट्रेन में यात्रा के दौरान एक महिला से कथित तौर पर बदसलूकी करने के आरोपों से घिरे मध्य प्रदेश कांग्रेस के दो विधायकों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि जीआरपी ने टिकिट कंडेक्टर, अटेंडर और अन्य से इस मामले में पूछताछ की है, इसमें से कुछ के बयान विधायकों के खिलाफ गए हैं.
ज्ञात हो कि पिछले दिनों कांग्रेस के दो विधायकों सतना से सिद्धार्थ कुशवाहा और कोतमा से सुनील सराफ पर ट्रेन में यात्रा के दौरान एक महिला से बदसलूकी करने का आरोप लगा था. इस पर पुलिस में मामला दर्ज है. जबलपुर जीआरपी इस मामले की जांच कर रही है. महिला पुलिस अधिकारी ने ट्रेन के टीसी, अटेंडर व सुरक्षा बल के जवानों के बयान दर्ज किए हैं. इनमें से अधिकांश के बयान विधायकों की मुश्किलें बढ़ाने वाले हैं.
ज्ञात हो कि रेवांचल एक्सप्रेस में एक महिला अपने नवजात शिशु के साथ यात्रा कर रही थी, महिला ने कांग्रेस के दो विधायकों पर आरोप लगाया था कि देर रात में ट्रेन में दोनों विधायक नशे की हालत में थे और उन्होंने उसके साथ बदसलूकी की. महिला के पति ने इस मामले में एक ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने कहा है, मेरी पत्नी नवजात शिशु के साथ ट्रेन में यात्रा कर रही हैं, इस दौरान दो यात्री नशे में हैं, जो उनके साथ बदसलूकी कर रहे हैं.
यह ट्वीट उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल मंत्रालय सहित आईआरसीटीसी और पीएमओ के अलावा डीआरएम भोपाल को भी टैग किया था. इसके बाद महिला को जीआरपी और आरपीएफ ने सुरक्षा मुहैया कराई थी. महिला जीआरपी की सुरक्षा में भोपाल पहुंची और हबीबगंज जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. दोनों विधायकों पर मामला भी दर्ज हो चुका है. दोनों विधायक अपने को निर्दोष बता रहे हैं.
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा था कि वह नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की अध्यक्षता में एक समिति बना रहे हैं. समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे निर्णय लेंगे और रिपोर्ट अनुशासन समिति को सौंपी जाएगी.
Source : IANS