भोपाल सेंट्रल जेल से एक चौंकाने वाला वाक्या सामने आया है। रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद अपने पिता से मिलने गए दो बच्चों के चेहरे पर जेल अधिकारियों ने मुहर लगा दी।
दोनों बच्चों की तस्वीर सामने आने पर मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मामले में संज्ञान लिया और जेल महानिदेशक को नोटिस जारी करके 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। तस्वीर में साफ नजर आ रहा है कि दोनों बच्चों के चेहरे पर जेल की मुहर लगी हुई है।
आमतौर पर जेल में कैदियों से मिलने आने वाले लोगों के हाथों पर मुहर लगाने की परंपरा है। वहीँ जेल प्रशासन का कहना है कि चेहरे पर मुहर गलती से लग गयी होगी। क्यूंकि रक्षाबंधन के मौके पर जेल में काफी भीड़भाड़ होती है।
भोपाल सेंट्रल जेल सुप्रीटेंडेंट दिनेश नरवरे ने कहा, 'कुछ बच्चों के चेहरे पर गलती से मुहर लग गयी होगी लेकिन इसके पीछे किसी का कोई मकसद नहीं था। रक्षाबंधन के मौके पर लगभग 8500 लोग जेल में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे जिनमे ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे।'
नरगवे ने कहा कि कुछ महिलाएं और लड़कियां बुर्का पहने हुए थी इसलिए ऐसी गड़बड़ी की आशंका से अस्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने इस बात का आश्वासन भी दिया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है, और अगर किसी की गलती सामने आती है तो कर्रवाई जरूर की जाएगी।
उधर मध्य प्रदेश की जेल मंत्री कुसुम मेहदले ने कहा कि अगर जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
मामला सामने आने के बाद एडीजी जेल गाजीराम मीणा ने डीआईजी जेल को पूरे मामले की जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा, 'आमतौर पर हाथ पर ही कोई भी निशान या मुहर लगाई जाती है। बच्चों के मुंह पर मुहर लगाया जाना पूरी तरह से गलत है। हमने इसकी जांच के आदेश दे दिये है। जो भी व्यक्ति दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।'
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Source : News Nation Bureau