Ujjain News Today: देशभर में 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत देशभक्ति का माहौल बना हुआ है, लेकिन इस बीच मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. उज्जैन की पवित्र शिप्रा नदी में एक युवक ने आत्महत्या की कोशिश की, जिसे होमगार्ड (SDERF) की टीम ने समय रहते बचा लिया. यह घटना 12 अगस्त को हुई, जब एक उत्तर प्रदेश के युवक ने जान देने के इरादे से नदी में छलांग लगा दी थी. टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए न केवल उस युवक की जान बचाई बल्कि इसी दौरान एक अन्य युवक को भी डूबने से सुरक्षित बाहर निकाला.
तिरंगा रैली के बीच घटी घटना
इस घटना के बाद, शिप्रा नदी में देशभक्ति के तहत तिरंगा रैली का आयोजन किया गया. होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष जाट ने बताया कि सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा नदी में स्नान करने और भगवान महाकाल के दर्शन करने आए थे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों पर होमगार्ड (SDERF) की टीम तैनात की गई थी. इसी दौरान उत्तर प्रदेश के बांदा निवासी रमेश कुमार ने अचानक आत्महत्या की नीयत से नदी में छलांग लगा दी.
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होमगार्ड की त्वरित प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि रमेश कुमार के नदी में कूदने के बाद, होमगार्ड के जवानों ने बिना समय गवाएं वर्दी में ही नदी में छलांग लगा दी. जवानों की तत्परता से रमेश कुमार को सुरक्षित बाहर निकाल कर तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल भेजा गया. इसी प्रकार, देवास के रहने वाले संतोष नामक युवक ने भी स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने के कारण डूबने की स्थिति में पहुंच गया था. उसे भी होमगार्ड के जवानों ने सुरक्षित बाहर निकाला.
होमगार्ड की सतर्कता और जनसेवा
वहीं डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष जाट ने बताया कि पिछले एक महीने में होमगार्ड और SDERF की टीम ने 40 से अधिक लोगों की जान बचाई है. यह टीम नियमित रूप से घाटों पर तैनात रहती है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखती है.
तिरंगा रैली का आयोजन
इसके अलावा आपको बता दें कि देशभक्ति और 'हर घर तिरंगा' अभियान के अंतर्गत, शिप्रा नदी में तिरंगा रैली का आयोजन किया गया. रामघाट पर आयोजित इस मोटरबोट तिरंगा रैली में आठ मोटरबोट शामिल की गईं, जिनमें अधिकारी, जवान और आपदा मित्र हाथ में तिरंगा लिए थे. यह रैली न केवल देशभक्ति का प्रतीक बनी, बल्कि इसके माध्यम से श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निभाई गई. इस रैली का उद्देश्य लोगों में देशभक्ति की भावना को और प्रबल करना था, जबकि सुरक्षा व्यवस्था का भी ध्यान रखा गया.