मध्य प्रदेश में एक हफ्ते से जारी यूरिया संकट फिलहाल खत्म होने जा रहा है. सरकार ने दावा किया है कि सोमवार यानी आज से यूरिया के रेलवे रैक आना शुरू हो जाएंगे. तीन दिन में करीब 45 हजार टन यूरिया पहुंच जाएगा. हालांकि बंटने में तीन दिन अभी भी लग जाएंगे, क्योंकि रैक से यूरिया अनलोड होने और ट्रकों के जरिए सोसायटी तक पहुंचाने में वक्त लगता है.
कृषि उत्पादन आयुक्त पीसी मीणा के मुताबिक छह कंपनियों आरसीएफ, इफको, एनएफएल, सीएफसीएल, आईपीएल और कोरोमंडल से इसकी सप्लाई होगी. सरकार का कहना है कि रबी सीजन के दौरान किसानों को अब तक 2 लाख मीट्रिक टन यूरिया बांटा जा चुका है. इतनी ही और डिमांड है, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा. जो 45 हजार टन यूरिया एक-दो दिन में आएगा, उसके वितरण के लिए कृषि एवं सहकारिता विभाग के मैदानी अमले को निर्देश दे दिए गए हैं.
यूरिया संकट पर बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हम राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप नहीं करना चाहते, लेकिन यदि बीजेपी इस संकट का दोषी कांग्रेस को बताएगी तो हमें भी इसकी सच्चाई बताना होगी. पूर्व सीएम शिवराज कह रहे हैं कि 15 दिसंबर तक 4 लाख 64 हजार मीट्रिक टन यूरिया की सप्लाई प्रदेश को हो चुकी है. जबकि इसी अवधि में पिछले वर्ष 3.81 लाख मीट्रिक टन यूरिया की सप्लाई हुई थी. कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव को देखते हुए ही पिछले साल से ज्यादा यूरिया की सप्लाई इस साल की.