देशव्यापी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण का महाअभियान सोमवार को शुरू हो रहा है. इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश में टीकाकरण के लिए सात हजार केंद्र बनाए गए हैं, इन केंद्रों में पहले दिन 10 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता के नाम अपने संदेश में कहा है कि वैक्सीन कोरोना महामारी के विरुद्ध सबसे प्रभावी अस्त्र है, जो व्यक्ति वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लेते हैं या तो उन्हें कोरोना होगा ही नहीं और यदि हुआ भी तो जल्दी ठीक हो जाएगा.
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 21 जून को प्रात 10 बजे से प्रदेश में टीकाकरण का महाअभियान प्रारंभ किया जा रहा है. प्रदेश में टीकाकरण के लिए बनाए गए सात हजार केंद्रों पर पहले दिन ही 10 लाख से अधिक व्यक्तियों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है. जून महीने में 50 लाख से अधिक व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी और इस साल के अंत तक प्रदेश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगवाकर सुरक्षित कर दिया जाएगा. वैक्सीनेशन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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उन्होंने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर लगभग समाप्त हो गई है. प्रदेश में प्रतिदिन 75 से 80 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 110 कोरोना पॉजीटिव प्रतिदिन निकल रहे हैं. प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 0.15 प्रतिशत हो गई है और रिकवरी रेट 99 हजार तक पहुंच गई है. एक्टिव प्रकरणों की संख्या 2400 रह गई है.
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए सभी के द्वारा कोरोना अनुकूल व्यवहार किया जाना परम आवश्यक है, मास्क लगाना, परस्पर दूरी रखना, बार-बार हाथ धोना जरूरी है. इसके साथ ही, अच्छी नींद लें, योग-व्यायाम करें, पौष्टिक आहार लें, खूब पानी पीएं. उन्होंने कहा कि 18 से अधिक उम्र का हर पात्र व्यक्ति वैक्सीन के दोनों डोज नियत अंतराल से आवश्यक रूप से लगवाएं.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश में टीकाकरण के लिए सात हजार केंद्र बनाए गए हैं
- 21 जून को सुबह 10 बजे से प्रदेश में टीकाकरण का महाअभियान प्रारंभ किया जा रहा है
- प्रदेश में प्रतिदिन 75 से 80 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं