सीबीआई ने व्यापम (व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले में मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और 7 अन्य आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है. इन लोगों के खिलाफ मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) को कोई सबूत नहीं मिले हैं. बता दें साल 2012 में आयोजित भर्ती प्रक्रिया के दौरान हुए घोटाले को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी पड़ताल कर रही है.
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केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने शनिवार को यहां की विशेष अदालत में 26 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर किया. व्यापम मामलों के लिए सीबीआई के विशेष अभियोजक सतीश दीनकर ने पीटीआई को बताया कि आरोपियों के खिलाफ जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र, भ्रष्टाचार निरोधक कानून, आईटी कानून और अन्य सम्बद्ध धाराओं में विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया.
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उन्होंने बताया कि इनमें व्यापम की परीक्षा में वास्तविक उम्मीदवारों के बदले परीक्षा लिखने वाले लोग तथा उम्मीदवारों और व्यापम अधिकारियों के बीच बिचौलिये की भूमिका अदा करने वाले 19 आरोपी भी शामिल हैं. इनमें व्यापम के प्रमुख अधिकारी रहे पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी और तीन अन्य बिचौलिये हैं.
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सीबीआई से पहले इस मामले की जांच कर रही मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसटीएफ) ने आरोपियों के खिलाफ अक्टूबर 2014 में मामला दर्ज किया था. व्यापम द्वारा अगस्त 2012 में आयोजित की गई परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा में कुल 56,450 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) का नाम बदलकर मध्यप्रदेश प्रोफेशनल एक्जामिशन बोर्ड (एमपीपीईबी) कर दिया गया है.
Source : PTI