मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अमृत योजना के तहत बनाए जा रहे चैम्बर का निरीक्षण कर रहे थे तभी भ्रष्टाचार की पोल खुल गई. उर्जा मंत्री ने जिस दीवार पर पैर रखा तो वह ढह गई. मौके पर ही मंत्री ने निर्माण कार्य की जांच के आदेश दिए है. मिली जानकारी के अनुसार, ग्वालियर के मानसिक आरोग्यशाला के पास रविवार को अमृत योजना के तहत चैंबर बनाया जा रहा है . रविवार को उर्जा मंत्री इस क्षेत्र से गुजर रहे थे तो उन्होंने अपनी गाड़ी रोक दी.
मंत्री तोमर ने कार्य की गुणवत्ता चेक करने के लिए चैंबर की दीवार को जैसे ही पैर रखकर हिलाया तो वह दीवार ढह गई. मंत्री भी गिरते गिरते बचे. मंत्री ने इस पर सख्त नाराजगी जताई और अधिकारियों के साथ मिर्माण कंपनी को भी फटकार लगाई.
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घटिया निर्माण कार्य देखकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भड़क गए. उन्होंने कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर से नाराजगी जताई और कहा कि ये सब नहीं चलेगा. निर्माण कार्य क्वालिटी के हिसाब से ही होना चाहिए, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा.
अमृत योजना में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर कई बार सवाल उठ चुके हैं. निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने कंपनी के अधिकारियों को फटकार लगई साथ ही कंपनी केा पत्र लिखने के निर्देश दिए. साथ ही कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी किया है.