मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के निवाड़ी जिले में बोरवेल के गड्ढे में गिरे चार साल के प्रह्लाद को सुरक्षित निकालने के लिए बीते 75 घंटों से बचाव कार्य चल रहा है, मगर अब तक अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाया है. इस अभियान में बड़ी बाधा पानी बना हुआ है, क्योंकि रिसाव के कारण पहले पानी निकालना होता है और उसके बाद ही अभियान आगे बढ़ पाता है. निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में हरिकिशन का चार साल का बेटा प्रह्लाद बुधवार की सुबह खेत में खोदे गए दो सौ फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था, उसके बाद से ही बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
एनडीआरएफ, सेना और अन्य राहत व बचाव दल ने बोरवेल के समानांतर 60 फुट से गहरा गड्ढा खोदा और सुरंग बनाई. सुरंग बनाने का काम अंतिम चरण में है. जिलाधिकारी आशीष भार्गव ने संवाददाताओं को बताया कि अभियान जल्दी ही पूरा हो जाएगा, बीच-बीच में पानी आ जाने से कुछ दिक्कत होती है. पानी निकाला जाता है. सभी दल अपने अभियान को बिना रोक जारी रखे हुए है. बच्चा जिस गड्ढे में गिरा है, उसमें लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.
कैमरे के जरिए उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही मौके पर एम्बुलेंस के साथ चिकित्सकों का दल पूरी तरह तैयार है. प्रह्लाद के परिवार के सदस्य भी मौके पर हैं और राहत व बचाव कार्य के चलते यह आस लगाए हुए है कि उनका बच्चा सुरक्षित निकल आएगा. हरिकिशन ने अपने खेत में बोरवेल के लिए दो सौ फुट गहरा गड्ढा खुदवाया था. उसका बेटा प्रह्लाद खेलते समय उसी गड्ढे में गिर गया था. बुधवार से राहत और बचाव का काम जारी है.
Source : News Nation Bureau