मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को कुल 230 सीटों पर हुई वोटिंग के साथ ही सभी उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो गई. सत्तारुढ़ दल बीजेपी फिर से सत्ता में लौटने का दावा कर रही है. वहीं, कांग्रेस जनता के आशीर्वाद से सरकार बनाने की बात कह रही है. प्रदेश में मुकाबला बेहद ही रोचक है. दोनों ही दलों के अपने-अपने दावे और वादे हैं. दोनों पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं. बीजेपी जहां विकास के दम पर सरकार बनाने की बात कह रही है. वहीं, कांग्रेस भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर प्रदेश की कमान संभालने का दंभ भर रही है ,लेकिन बड़ा सवाल है कि जनता किस पर भरोसा जताती है. यह तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा.
यहां से कांग्रेस की हार तय?
ऐसे में आज हम राज्य की हॉट सीटों के बारे में ही बात करते हैं. तो सबसे पहले बात करते हैं बुधनी सीट की, यहां से किस्मत आजमाने वाले शिवराज सिंह चौहान हैं. बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं और कांग्रेस की तरफ से विक्रम मस्ताल हैं. साथ ही सपा से मिर्ची बाबा भी मैदान में हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार यहां पिछली बार से ज्यादा वोट पड़े हैं. इस बार 84.86 फीसदी वोटिंग हुई जबकि पिछली बार यहां 83.04 फीसदी वोटिंग हुई थी. स्थानीय लोगों और पॉलिटिकल एक्सपर्ट के मुताबिक साफ कहा जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री की सीट है, इसलिए यहां बीजेपी के लिए रास्ता बिल्कुल साफ है.
बीजेपी के लिए यहां राह आसान नहीं
बुधनी के बाद दूसरी हॉट सीट पूर्व सीएम कामनाथ की छिंदवाड़ा विधानसभा सीट है. यहां बीजेपी से विवेक बंटी साहू चुनावी मैदान में हैं, जो कमलनाथ को टक्कर देने का दावा कर रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. इस सीट पर भी बंपर वोटिंग हुई है. यहां 81.77 फीसदी वोटिंग हुई जबकि पिछली बार 79.61 फीसदी वोटिंग हुई थी. आपको बता दें कि इस सीट पर कमलनाथ की मजबूत पकड़ है, इसलिए यहां बीजेपी के लिए जीत की राह आसान नहीं है.
दिमनी सीट पर बीजेपी के लिए क्या है चैलेंज?
तीसरी सीट दिमनी है जहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कांग्रेस से रवींद्र तोमर और बीएसपी से बलवीर दंडोतिया चुवान चुनावी संग्राम में हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां मामला त्रिकोणीय है. हालांकि अन्य हॉट सीटों पर बंपर वोटिंग हुई है, लेकिन इस सीट पर पिछली बार से कम वोट पड़े हैं. इस बार यहां 69.79 फीसदी वोटिंग हुई जबकि पिछली बार 70.14 फीसदी वोटिंग हुई थी. त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण यहां बीजेपी के लिए कई चुनौतियां हैं.
क्या नरोत्तम मिश्रा को मिल जाएगी हरी झंड़ी?
चौथी सीट पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दत्तिया से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस से राजेंद्र भारती अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. आपको बता दें कि पिछली बार इस सीट से नरोत्तम मिश्रा ने जीत हासिल की थी. हालांकि इस बार इस सीट पर कड़ी टक्कर बताई जा रही है. इस बार दतिया में 79.04 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि पिछली बार 76.77 प्रतिशत मतदान हुआ था. अब देखना होगा कि क्या मिश्रा इस बार भी अपनी सीट बचा पाते हैं या नहीं.
कांग्रेस ने यहां पर किसके ऊपर लगाया दांव
वहीं इंदौर-1 से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने मौजूदा विधायक संजय शुक्ला पर फिर से दांव लगाया है. इस सीट पर भी पिछली बार से ज्यादा वोट पड़े हैं. इस बार 72.28 फीसदी वोट पड़े जबकि पिछली बार 68.62 फीसदी वोट पड़े थे.
Source : News Nation Bureau