लोकसभा चुनावों के नतीजों से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस से सत्ता छीनने के संकेत दिए हैं. मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि वो इसके लिए जल्द ही राज्यपाल को पत्र लिखेंगे.
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Exit Poll में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बहुमत मिलने के आसार के बीच नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि एग्जिट पोल में जैसा अनुमान था, मोदी की लहर में हम ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं. उन्होंने जबकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिलने वाली हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के वचन पत्र का कितना पालन हुआ, इस बारे में तमाम जगहों से विफलता की बात दिखी. यह इस बात का संकेत है कि वर्तमान सरकार ने जनता का भरोसा खो दिया है. इसलिए उनकी मांग है कि राज्य विधानसभा का सत्र बुलाया जाए.
गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा का सत्र जल्द बुलाने के लिए वो राज्यपाल को पत्र लिखेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार कभी भी गिर सकती है. भार्गव ने कहा, 'विधानसभा सत्र में सत्ताधारी दल की शक्ति का भी परीक्षण हो जाएगा. कांग्रेस के पास दूसरों के सहयोग से बहुमत है, भाजपा चाहती तो वह भी जोड़-तोड़ करके सरकार बना सकती थी, मगर भाजपा ने ऐसा नहीं किया.'
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 में से कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास 109 विधायक हैं. अहम बात यह है कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से चल रही है.
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