मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा के उपचुनाव (Bypolls) में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है तो वहीं कई इलाके ऐसे रहे हैं जहां महिलाओं ने भी मतदान में बड़ी हिस्सेदारी निभाई है. इन इलाकों में महिला मतदान का प्रतिशत पुरुषों के मतदान के प्रतिशत के करीब ही रहा है. राज्य की 28 विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ. कोरोना महामारी (Corona Virus) के कारण मतदान का प्रतिशत बहुत कम होने की आशंका जताई जा रही थी, मगर ऐसा हुआ नहीं. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा के चुनाव के मुकाबले उपचुनाव में महज दो प्रतिशत कम ही मतदान हुआ.
आधा दर्जन विधान सभा क्षेत्रों में 60 फीसदी से कम मतदान
उपचुनाव में हुए मतदान के प्रतिशत पर नजर दौड़ाई जाए तो एक बात साफ होती है कि राज्य में छह विधानसभा क्षेत्र ऐसे रहे हैं जहां 60 फीसदी या उससे कम मतदान हुआ है, जिन इलाकों में 60 से 70 प्रतिशत मतदान हुआ वे पांच स्थान हैं, वही 70 फीसदी से लेकर 80 फीसदी के बीच 12 स्थानों पर मतदान हुआ, जबकि पांच विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ.
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10 सीटों पर महिलाओं ने की ज्यादा वोटिंग
चुनाव आयेाग द्वारा मतदान को लेकर जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि राज्य के जिन 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ है, उनमें 10 विधानसभा ऐसे क्षेत्र हैं जहां महिलाओं के मतदान का प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले ज्यादा कम नहीं है. यह वे क्षेत्र है जहां पुरुष के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत एक से छह प्रतिशत कम रहा है. वैसे कुल मतदान में पुरुष और महिला मतदान में औसत तौर पर छह प्रतिशत का अंतर रहा है.
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यहां महिलाओं ने किया 80 फीसदी मतदान
राज्य में महिलाओं और पुरुष के मतदान में जौरा, अम्बाह, महेगांव, ग्वालियर, पोहरी, अनूपपुर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा अंतर नहीं रहा है. इसके साथ ही आगर, बदनावर, सुवासरा, हाटपिपल्या ऐसे क्षेत्र हैं, जहां महिलाओं ने 80 फीसदी से अधिक मतदान किया है.
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मजदूरों की घर वापसी से बढ़ा मतदान
चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रोली शिवहरे का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण बड़ी संख्या में मजदूर खासकर मालवा निमांड़ अंचल के परिवार अपने घरों को लौटे हैं, इसके चलते मतदान को प्रतिशत ज्यादा रहा और महिलाओं की भागीदारी भी ज्यादा रही. महिलाओं का बड़ी संख्या में मतदान करना शुभ संकेत है.