बड़वानी के पाटी विकासखंड के ग्राम बुदी पटेल फलिया में छोटी बहन के लिए बेर तोड़ने पेड़ पर चढ़ा बच्चा असंतुलित होकर गिर गया. पेड़ से गिरने के बाद एक सूखी टहनी बच्चे के पेट के आरपार हो गई. खून से लथपथ 8 साल के उस मासूम की हिम्मत तो देखिए. वह 500 मीटर दूर स्थित अपने घर पहुंचा तो परिजन व देखने वाले अन्य लोग हैरान रह गए. इसके बाद परिजन उसे पहले पाटी के सरकारी अस्पताल और फिर वहां से जिला अस्पताल आए, जहां से उसे इंदौर रेफर किया गया है.
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बुदी पटेल फलिया निवासी सुरेश (8) पिता सकाराम बुधवार दोपहर घर से कुछ दूरी पर अपने खेत में बहन के साथ बेर खाने गया था. बेर तोड़ने के लिए सुरेश पेड़ पर चढ़ा. इस दौरान संतुलन बिगड़ने से सुरेश सीधा सूखी टहनी पर पेट के बल गिरा. इस दौरान टहनी टूट गई और सुरेश टहनी सहित जमीन पर जा गिरा. इससे टहनी सुरेश के पेट के आरपार होकर पीठ की ओर निकल गई. इसके बाद भी सुरेश करीब 500 मीटर दूर चलकर घर पहुंचा. खून से लथपथ बेटे के पेट में लकड़ी का ठूंठ देख परिजन घबरा गए.
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प्राइवेट वाहन से बालक को पाटी सामुदायिक स्वास्थ्य कें द्र ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल भेजा गया. वहां बालक को खून की बॉटल लगाई गई. हालत नाजुक होने के बाद भी बालक अच्छे से बातचीत कर रहा था. करीब आधे घंटे बाद बालक को इंदौर रैफर कि या गया.पिता सकाराम ने बताया कि उसके दो बेटे और एक बेटी है. बेटे की हिम्मत ने उसे जिंदा रखा. सुरेश कक्षा तीसरी में पढ़ता है. पिता ने बताया कि बुधवार को वह स्कू ल नहीं गया. स्कूल जाता तो यह हादसा नहीं होता.
Source : News Nation Bureau