Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी भूचाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने पर प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है. इसे लेकर रविवार को महाविकास अघाड़ी ने शिंदे सरकार के खिलाफ जूते मारो प्रदर्शन किया था. एनसीपी शरद पवार ने तो शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर किसी तरह की माफी से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का इस्तीफा मांगा.
छत्रपति शिवाजी के नाम पर विपक्ष कर रही राजनीति
बता दें कि 26 अगस्त को घटी इस घटना के बाद से विपक्ष लगातार सीएम शिंदे की इस्तीफे की मांग कर रहा है. हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम एकनाथ शिंदे दोनों ही इस घटना को लेकर प्रदेशवासियों से माफी मांग चुके हैं. बावजूद इसके विपक्ष इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है. इस बीच शिंदे ने भी महाविकास अघाड़ी के नेता उद्धव ठाकरे पर जुबानी हमला बोला है. शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह छत्रपति शिवाजी महाराज जी के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.
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शिवाजी महाराज का नाम लेने वाले काम औरंगजेब का कर रहे
ठाकरे औरंगजेब और अफजल खान की हरकतों की नकल कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर राजनीति करने को लेकर भी विपक्ष की आलोचन की और कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने दो साल पहले ठाकरे को उनकी जगह दिखा दी है. आप छत्रपति शिवाजी का नाम ले रहे हैं और काम औरंगजेब वाली कर रहे हैं. साथ ही आगामी चुनाव की बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोग विपक्ष को विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएंगे. माफी मांगने के बाद भी विपक्ष सिर्फ और सिर्फ इस पर राजनीति कर रहे हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले मचा सियासी भूचाल
इसके साथ ही शिंदे ने लाडली बहन योजना पर कहा कि इसकी राशि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली बहनों तक सफलतापूर्वक पहुंची है. बता दें कि अक्टूबर महीने में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इससे पहले नेताओं को दल-बदल करते देखा जा रहा है. प्रदेश में कुल 290 विधानसभा सीटें हैं. 2024 लोकसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन प्रदेश में महायुति के मुकाबले काफी अच्छा रहा है. देखना दिलचस्प होगा कि विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता किस पर भरोसा दिखाती है?