Maharashtra Polls: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीती हुई बाजी हारने के बाद कांग्रेस में राजनीति माहौल कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस के सहयोगी दल भी पार्टी को नसीहत देते नजर आ रहे हैं. हरियाणा चुनाव का असर महाराष्ट्र में भी देखने को मिल रहा है.
हरियाणा चुनाव ने बिगाड़ा कांग्रेस का 'खेल'
पहले कांग्रेस महाविकास अघाड़ी में ज्यादा सीटों की डिमांड कर रही थी, लेकिन हरियाणा चुनाव के बाद कांग्रेस को कम सीटों पर लड़ना पड़ रहा है. पहले कांग्रेस ने 110 से ज्यादा सीटों की डिमांड कर रही थी. खासकर विदर्भ और मेराठवाड़ा सीटों पर कांग्रेस की नजर थी. वहीं, अब MVA में कांग्रेस की सीटें कम की गई है. कल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करने की आखिरी तारीख है. इसे लेकर आज ही सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देगी.
यह भी पढ़ें- J&K Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकी हमला, अखनूर में सेना के वाहन पर गोलीबारी, सर्च ऑपरेशन जारी
ठाकरे और शरद पवार ने कांग्रेस को दिया स्पष्ट जवाब
वहीं, हरियाणा चुनाव के बाद कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका तो नहीं निभा पा रही है, बल्कि उसे अपने सहयोगी दलों के साथ ही मिलकर आगे बढ़ना है. हरियाणा में जहां कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही थी, वहां हार के बाद पार्टी इन सीटों पर हार की समीक्षा कर रही है. इस बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर महाविकास अघाड़ी चुनाव जीतना चाहती है और भाजपा को हराना चाहती है तो उन्हें उनकी बात सुननी पड़ेगी.
MVA में सीटों का बंटवारा
महाविकास अघाड़ी की बात करें तो अब तक कांग्रेस ने 101 उम्मीदवारों की चार लिस्ट जारी कर दी है. वहीं, शिवसेना (यूबीटी) ने 84 प्रत्याशियों की तीन लिस्ट जारी कर चुकी है और शरद पवार की एनसीपी ने 76 प्रत्याशियों की नामों का ऐलान कर दिया है. यानि कि कुल 288 विधानसभा सीटों पर महाविकास अघाड़ी ने 261 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. आज पार्टी अन्य 27 सीटों पर भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देगी क्योंकि कल नामांकन की आखिरी तारीख है. बता दें कि प्रदेश में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की जाएगी.