Ajit Pawar dismissed speculation of joining BJP: महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम और एनसीपी के नेता अजित पवार ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर खंडन किया है. उन्होंने कहा कि वह NCP के हैं और और यहीं रहेंगे. एनसीपी पार्टी जो भी तय करेगी मैं वही करूंगा और वहीं रहूंगा. महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक से आए भूचाल की मुख्य वजह शिंदे-फडवणीस सरकार के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की ओर से अजित पवार को एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव देना है.
दरअसल, पिछले दिनों ने पीएम मोदी की डिग्री को लेकर विपक्षी दलों ने विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन अजित पवार ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए डिग्री विवाद को निराधार बताया था. अजित पवार ने कहा था कि प्रधानमंत्री के लिए डिग्री कोई विवाद नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी मेहनती और ऊर्जावान हैं. प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्षी दलों के नेता को इस तरह की बातें करना ठीक नहीं है. पवार ने ईवीएम मुद्दे पर भी विपक्षी दलों का साथ नहीं दिया था. अजित पवार ने ईवीएम को सही ठहराया था.
अजित पवार शिंदे-फडणवीस सरकार का बनना चाहते हैं हिस्सा
अजित पवार के पास 30-34 विधायकों का साथ है. कयास लगाए जा रहे हैं कि वह शिंदे-फडणवीस सरकार का हिस्सा बन सकते हैं. अजित पवार एनडीए में शामिल होने के लिए पार्टी में समर्थन जुटा रहे हैं. अजित पवार के समर्थन में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे नेता आगे आ चुके हैं. हालांकि, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल समेत कई नेता इसके पक्ष में नहीं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स से मिल रही जानकारी के मुताबिक, एनसीपी विधायक भाजपा के साथ गठबंधन करने के इच्छुक हैं. हालांकि शरद पवार ने बीजेपी-शिंदे के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया. एनसीपी चीफ शरद पवार का कहना है कि वह मौजूदा स्थिति से अनुकूल हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन के बारे में किसी तरह की कोई योजना नहीं है.
Source : News Nation Bureau