राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के चीफ शरद पवार ने पार्टी के दो बड़े नेता सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी (NCP) का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया है. पवार ने पार्टी की 24वें स्थापना दिवस पर यह ऐलान किया है. एनसीपी नेता अजित पवार की मौजूदगी में शरद पवार ने यह ऐलान किया है. सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद एनसीपी के प्रमुख नेता अजित पवार ने ट्वीट कर बधाई दी, अजित पवार ने ट्वीट किया "राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की 24वीं वर्षगांठ पर, सांसद प्रफुल्लभाई पटेल और सांसद सुप्रियाताई सुले को माननीय शरद चंद्र पवार के मार्गदर्शन में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया. साथ ही सांसद प्रफुल्लभाई पटेल, सांसद सुप्रियताई सुले, सांसद सुनील तटकरे, डॉ. योगानंद शास्त्री, के.के. शर्मा, पी.पी. मोहम्मद फैसल, नरेंद्र वर्मा, जितेंद्र अवध, एस आर सहयोगी कोहली, नसीम सिद्दीकी को पार्टी के भीतर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं. इन सभी साथियों को बधाई! विश्वास है कि माननीय महोदय की ओर से सौंपी गई नई जिम्मेदारी को सभी साथी सफलतापूर्वक पूरा करेंगे.
आदरणीय शरद चंद्र पवार साहब के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 'दिल में महाराष्ट्र... नजर के सामने राष्ट्र...' के विचार के साथ रजत जयंती वर्ष में पदार्पण कर रही है. देश व प्रदेश के विकास में अमूल्य योगदान माना जा रहा है कि एनसीपी पार्टी का हर कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस लक्ष्य की दिशा में काम करेगा. नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पुनः बधाई!"
अजित पवार को नहीं मिली कोई जिम्मेदारी
बता दें कि पिछले महीने शरद पवार ने एनसीपी चीफ पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के बाद उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था. इस्तीफे की पेशकश के अगले महीने ही शरद पवार ने सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नया कार्यकारी अध्यक्ष चुना है. महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा है कि शरद पवार के इस फैसले से अजित पवार नाराज चल रहे है. हालांकि, अजित पवार ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि शरद पवार साहब का फैसला महाराष्ट्र की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्र के हित के लिए है.
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सुप्रिया सुले के सामने कई बड़ी चुनौती
अब सुप्रिया सुले भले ही कार्यकारी अध्यक्ष चुनी गई हैं, लेकिन उनके लिए यह जिम्मेदारी किसी चुनौतियों से कम नहीं है. शरद पवार की बढ़ती उम्र के बाद एनसीपी की जिम्मेदारी उनके ऊपर होगी. महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक नेताओं को एकजुट करना और नई रणनीति बनाने की भी जिम्मेदारी उनपर होगी. क्योंकि अजित पवार को अभी कोई नई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि अजित पवार पार्टी से नाराज चल सकते हैं.